संवाददाता, जामताड़ा. जिले में सोमवार को हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया. जामताड़ा-करमाटांड मुख्य मार्ग पर सहरपुरा और काशीटांड के बीच एक विशाल महुआ का पेड़ अचानक सड़क पर गिर पड़ा, जिससे इलाके में लगभग तीन घंटे तक यातायात पूरी तरह ठप हो गया. इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा. प्राकृतिक आपदा की तरह गिरे इस पेड़ से न सिर्फ आम नागरिकों की आवाजाही को प्रभावित किया, बल्कि स्कूली बच्चों, आवश्यक सेवाओं और मालवाहन गाड़ियों की गति पूरी तरह रोक दिया. स्कूल वैनों में फंसे कई बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाए, वहीं माल ढोने वाले ट्रक और दैनिक आवागमन करने वाले लोग भी घंटों सड़क पर फंसे रहे. घटना के बाद सबसे पहले स्थानीय ग्रामीणों ने पहल करते हुए स्वयं पेड़ हटाने का प्रयास शुरू किया, लेकिन पेड़ अत्यधिक विशाल और भारी होने के कारण यह प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो सका. इसके बाद ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों के सहयोग से पेड़ को काटकर सड़क से हटाया. ग्रामीण सुभाष कुमार सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे.
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