नारायणपुर. जनजातीय क्षेत्रों में सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए पीएम जनमन एवं धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत आयोजित अवेयरनेस एवं बेनिफिट सैचुरेशन शिविर में आधार से जुड़े कार्य नहीं हो रहे हैं. इस कारण लोगों को परेशानी हो रही है. कैम्प में पहुंची दुलारी मुर्मू, बिनोद बास्की, मालती मुर्मू, चिंतामणि हेंब्रम समेत अन्य ने कहा कि आधार कार्ड में मोबाइल नंबर लिंक करना, केवाईसी अपडेट करना जैसे अन्य महत्वपूर्ण काम हैं, लेकिन कैंप में यह काम नहीं हो रहा है. केवल फॉर्म जमा लिया जा रहा है. इस कारण परेशानी हो रही है. लोगों ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि आधार से जुड़े कार्य कैंप में होंगे, लेकिन फिर तो वही बात हो गयी. प्रखंड का चक्कर लगाने की लाचारी हमारे समक्ष रह ही गयी. फिर ऐसे में कैम्प आयोजन करने का क्या औचित्य है. लोगों ने कहा कि प्रखंड में एकमात्र आधार केंद्र है जो प्रखंड कार्यालय परिसर में है. वहां कभी बिजली नहीं रहती है तो कभी भीड़भाड़ अधिक होती है. इस कारण हमलोग नहीं पहुंच पाते हैं. अगर किसी तरह पहुंचते हैं तो यहां भी बिचौलिया वाद हावी. कुछ बिचौलिए टाइप के लोग 200 से 300 रुपये मांगते हैं और कहते हैं कि पैसा देने पर तुरंत आधार कार्ड बन जाएगा. हम लोगों के पास इतनी राशि नहीं होती है, इसलिए बैरंग लौट जाना पड़ता है. उम्मीद थी कि इस कैम्प में आधार कार्ड से जुड़े कार्य होंगे, लेकिन ऐसा नहीं होने के कारण हमारी उम्मीद पर पानी फिर गया. वहीं गुरुवार को बूटबेरिया पंचायत के दो जनजातीय ग्रामों में शिविर का आयोजन हुआ. शिविर में मनरेगा से जुड़े कार्यों की जानकारी देते हुए बागवानी योजना की स्वीकृति पर विशेष रूप से जोर दिया गया. शिविर में पशुपालन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, भूमि सुधार विभाग समेत अन्य विभागों के स्टॉल लगाए गए थे. लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी गयी एवं कई लाभुकों को योजना स्वीकृत भी हुई. शिविर में सीआई निरंजन मिश्रा, पंचायत सचिव अनिकेत कुमार सिंह, रोजगार सेवक अनिल चौधरी, कंप्यूटर ऑपरेटर प्रशांत कुमार दुबे समेत अन्य लोग मौजूद थे.
कैंप में आधार कार्ड के लिए मशीन लेकर जाना संभव नहीं : ऑपरेटर
आधार सेंटर नारायणपुर के कंप्यूटर ऑपरेटर चंदन कुमार ने बताया कि कैम्प में आधार कार्ड के लिए उपयोग होने वाली मशीन को लेकर जाना संभव नहीं है. इसलिए कैम्प में फॉर्म लिया जाता है. फिर उन्हें प्रखंड बुलाकर त्वरित काम किया जाता है. यह व्यवस्था केवल नारायणपुर प्रखंड में ही नहीं बल्कि जिले के सभी छह प्रखंड में है. पूरे जिला में केवल छह ही आधार केंद्र हैं. लोगों की संख्या अधिक है इसलिए एक दिन में अधिक आवेदन का निष्पादन कर पाना मुश्किल है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है