मुरलीपहाड़ी. चार दिनों के बारिश के बाद किसानों के चेहरे खिल उठे हैं. खेतों में नमी आते ही किसानों ने धान, मकई, अरहर सहित अन्य फसलों को लगाने की तैयारी आरंभ कर दिया है. शनिवार को नारायणपुर क्षेत्र के विभिन्न इलाके के खेतों में अहले सुबह से खेत की जोताई करते किसान दिखे. किसान सत्यनारायण तिवारी, अशोक ओझा, जगरनाथ तिवारी, कृष्ण किशोर तिवारी, कमलेश तिवारी, कोशलेश राय, रणजीत तिवारी ने बताया कि धान के बीज को खेत में डालने का उपयुक्त समय रोहन नक्षत्र होता है, लेकिन इस बार मौसम का मिजाज ठीक-ठाक नहीं रहा, जितनी बारिश की आवश्यकता थी उतनी उस समय नहीं हुई थी, जिस कारण न तो खेत की जोताई हो पाई थी और न तो धान के बिचड़े ही डाल पाए थे. अब दो दिन से मौसम ने जब करवट ली तो खेतों में नमी आयी. अब खेतों की जोताई आरंभ हो चुकी है और धान के बीज खेतों में डाले जा सकेंगे. किसानों ने बताया कि अच्छी खेती के लिए रोहन नक्षत्र उत्तम माना गया है, लेकिन वर्षा की कमी के कारण आद्रा नक्षत्र किसानों के लिए वरदान माना जाता है. इस लिहाज से किसान खेती-बाड़ी के लिए खेत की जोताई के बाद बिचड़ा डालने के लिए जुट गए हैं. कई किसान तो मक्के की खेत भी तैयार करने में जुटे हैं.
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