प्रतिनिधि, फतेहपुर. प्रखंड क्षेत्र के सटकी गांव में सोमवार को बाबा दुबे की पूजा नेम-निष्ठा और श्रद्धा के साथ संपन्न हुई. पूजा में स्थानीय ग्रामीणों के साथ दूर-दराज से श्रद्धालु शामिल हुए. इस बार पूजा में वर्षों पुरानी बलि प्रथा को समाप्त कर ऐतिहासिक बदलाव किया गया. पूजा समिति ने सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया. पूजारी ने परंपरानुसार फुलास के माध्यम से बाबा से अनुमति ली और स्वीकृति के बाद पूजा बिना बलि के संपन्न कराई गई. श्रद्धालुओं ने बाबा को नीरा, दूध, बताशा, नारियल, अगरबत्ती अर्पित किए. पूजा स्थल पर छोटे स्तर पर मेला भी आयोजित हुआ, जिसमें बच्चों और महिलाओं की भागीदारी रही. सामूहिक भजन-कीर्तन से वातावरण भक्तिमय बना रहा.
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