जामताड़ा.
डीसी कुमुद सहाय की अध्यक्षता में जिला भू -अर्जन विभाग अंतर्गत राष्ट्रीय उच्च पथ परियोजनाओं से संबंधित समीक्षा बैठक हुई. इस अवसर पर डीसी ने राष्ट्रीय उच्च पथ के विभिन्न परियोजनाओं राष्ट्रीय उच्च पथ-419 के अंतर्गत रूपनारायणपुर से पोखरिया मोड़, चित्तरंजन में आरओबी निर्माण एवं हाई लेवल गोलपहाड़ी ब्रिज एवं अप्रोच चेंज में कंस्ट्रक्शन कार्य को लेकर भू-अर्जन संबंधित कार्यों, रैयतों के मुआवजा भुगतान सहित अन्य बिंदुओं पर समीक्षा की. इस क्रम में जिला भू-अर्जन पदाधिकारी ने डीसी को बताया कि पोखरिया से रूपनारायणपुर के बीच कि.मी. 8.56 से 46.375 परियोजना में स्थित 28 मौजा में से 11 मौजा का 3जी (पंचाट) तैयार कर तथा 09 मौजा का भुगतान ऑर्डर किया जा चुका है. इनमें से 08 मौजा के रैयतों को उनके बैंक खाता में 1.49 करोड़ रुपये मुआवजा राशि का भुगतान किया जा चुका है. दो मौजा के रैयतों के वाउचर एवं खाता की जांच आईटी विशेषज्ञ की ओर से किया जा रहा है. वहीं चित्तरंजन में आरओबी परियोजना में बताया गया कि शेष 17 मौजा की संरचना मूल्यांकन रिपोर्ट प्राप्त हो चुका है तथा 04 मौजा का 3जी (पंचाट) तैयार किया जा चुका है. शेष 13 मौजों का 3जी (पंचाट) प्रक्रियाधीन है. इसके अलावा गोलपहाड़ी ब्रिज परियोजना को लेकर बताया गया कि कार्यपालक अभियंता, राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, धनबाद द्वारा कुल 02 मौजा गोलपहाड़ी, भण्डारो का प्रस्ताव प्राप्त है. दोनों मौजा का पंचाट किया जा चुका है तथा 205 रैयतों को लगभग 70 लाख रुपये के भुगतान के लिए खाता का सत्यापन एनएच के आईटी विशेषज्ञ द्वारा किया जा रहा है, जिसके पश्चात उन्हें भुगतान किया जाएगा. डीसी ने खातों का सत्यापन करते हुए जल्द से जल्द रैयतों का भुगतान करने का निर्देश दिया. मौके पर डीएफओ राहुल कुमार, एसी पूनम कच्छप, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सत्य प्रकाश, सीओ अविश्वर मुर्मू सहित अन्य थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

