प्रतिनिधि, नारायणपुर. अंचल सभागार में मंगलवार को खरीफ कर्मशाला का आयोजन हुआ. बीडीओ मुरली यादव ने कहा कि जो बीज का वितरण हुआ है उसकी समीक्षा होगी. ऐसा सुनने को मिल रहा है कि बीज बोने की जगह अन्य कामों में उपयोग हो रहा है. यह सरासर गलत है. जो बीज यहां से प्राप्त किए गए हैं उसे बोया गया है या नहीं, इसका सत्यापन होगा. बीज लेकर नहीं बोने वाले को नोटिस करना है. भविष्य में उन्हें कभी भी बीज नहीं देना है. कहा, सिंचाई का उत्तम साधन होने के बाद भी कृषि कार्य में रुचि नहीं दिख रहे हैं, जो चिंता का विषय है. किसान मित्र भी किसानों को मोटे अनाज की खेती क के लिए जागरूक करें, ताकि अधिक से अधिक खेती हो. लोग रासायनिक खेती को छोड़कर जैविक खेती करें. इस दिशा में पहला करना है. मनरेगा से सिंचाई के लिए कई संसाधन बनाए गए हैं, लेकिन लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. इच्छुक लोगों को बागवानी योजना से जोड़ा गया. कहा कि किसान मित्र का मतलब ही होता है, किसानों के हित में काम करने वाला. इस क्षेत्र के लोग योजना तो लेते हैं, लेकिन उसका उपयोग ठेकेदारी करने के लिए करते हैं, जो अनुचित है. सहायक भूमि संरक्षण पदाधिकारी लंबोदर प्रसाद ने लोगों को अनुदानित दर पर मिलने वाले ट्रैक्टर योजना के बारे में बताया. कहा, ट्रैक्टर महिला एसएचजी को दिया जाता है.इसमें अनुदान की राशि की सरकार देती है इसका लाभ लोग लें. मौके पर बीएओ परेश दास, जनसेवक बादल चंद्र दत्त, राजेंद्र प्रसाद सिंह, जयदेव मुर्मू, बीटीएम सीमावती सिंह, कृषक मित्र विजय सिंह, भवानी राय, गोवर्धन मंडल, प्रधान अंसारी, महफूज अंसारी, गोविंद पंडित समेत अन्य मौजूद थे.
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