प्रतिनिधि, जामताड़ा. माझी परगना सरदार महासभा सह भाजपा नेता जामताड़ा के अध्यक्ष सुनील कुमार हांसदा ने प्रेस बयान जारी किया है. कहा कि जिस वंशज के महापुरुष के नेतृत्व में अंग्रेजी हुकूमत, महाजनों के शोषण व अत्याचार के खिलाफ आज ही के दिन 30 जून 1855 को 30000 हजार लोगों का हुजूम बुलाकर भोगनाडीह से हूल क्रांति की आवाज बुलंद हुआ था. आज उसी हूल वंशज के परिवार एवं गांववालों के साथ झारखंड सरकार की पुलिस बर्बरता से लाठी चार्ज करना और आंसू गैस एवं गोली चलाना दुर्भाग्यपूर्ण है. परिवार एवं गांव वाले सिदो-कान्हू जैसे महानायक को पहले पूजने के लिए जा रहे थे, लेकिन प्रशासन पहले पूजा नहीं करने देना चाहता था. कहा कि इस घटना को कड़ी से कड़ी निंदा करता हूं. सरकार से मांग करता हूं कि घायलों का उचित इलाज कराये. दोषी पुलिस पर अविलंब कार्रवाई हो. यह कोई नई बात नहीं है कि गांव वाले एवं सिदो-कान्हू हूल फाउंडेशन भोगनाडीह के द्वारा पूजा एवं कार्यक्रम इससे पहले भी सामाजिक स्तर पर करते आए हैं. ये पूरे तौर पर सरकार की हठ धर्मिता है.
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