बिंदापाथर. जिले भर में शनिवार अपराह्न को हुए आंधी और बारिश से लोगों को परेशानी में डाल दिया है. तेज हवा से दर्जनों पेड़ गिर गये हैं. कई जगह पर पेड़ बीच सड़क पर गिर जाने के कारण लोगों को आवाजाही में परेशानी हो रही है. वहीं दर्जनों पेड़ बिजली के तार पर गिर जाने के कारण बिंदापाथर क्षेत्र में बिजली गुल है. जानकारी के मुताबिक आंधी में कई जगह पर 11000 वोल्ट हाई टेंशन का तार, पोल और विभिन्न गांव के अंदर एलटी लाइन के तार टूट कर पड़े हुए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों के बिंदापाथर सहित श्रीपुर, बांदो, खैरा, मोहनपुर, गेड़िया, महुलबना, माधवा, रत्नीचक, मुड़ाम, रूपडीह, धधकिया सहित दर्जनों गांव में बिजली बहाल कब तक होगी, किसी को पता नहीं है. शनिवार रात तक तक गेड़िया फीडर में बिजली बहाल नहीं हुआ है. इस वजह से गेड़िया, श्रीपुर, खैरा, बिंदापाथर, बांदो, प्रजापेटिया, फुटाबांध, सालूका सहित दर्जनों गांवों में अंधेरा छाया हुआ है. भीषण गर्मी के कारण लोगों को बिना बिजली जीना मुहाल हो गया है. वहीं जामताड़ा में शनिवार शाम को तेज आंधी के साथ बारिश हुई, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. लेकिन बिजली गायब हो गयी है. जामताड़ा शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में समाचार लिखे जाने तक देर रात को बिजली बहाल नहीं हो सकी थी.
तेज वर्षा, आंधी व ओलावृष्टि के बाद बदला मौसम का मिजाज :
नारायणपुर.
प्रखंड क्षेत्र में शनिवार दोपहर बाद अचानक तेज वर्षा, आंधी और ओलावृष्टि से मौसम का मिजाज बदल गया. अचानक आयी वर्षा के कारण जगह-जगह जलजमाव हो गए. आंधी के कारण कई पेड़ जड़ समेत उखड़ गए. वहीं दूसरी तरफ ओलावृष्टि के कारण गर्म मौसम के सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा. उमस भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली. देर शाम तक लोगों ने ठंडी और सुहानी हवा का आनंद लिया. विदित हो कि इस वर्ष रिकॉर्ड तोड़ गर्मी क्षेत्र में महसूस की जा रही है. प्रखंड क्षेत्र में इस वर्ष तापमान 42 डिग्री से पार जा चुका है. आंधी बारिश से गिरे पेड़ टूटे बिजली की तार छाया अंधेरा :मिहिजाम. शनिवार की संध्या आयी तेज आंधी बारिश ने पेड़ को काफी नुकसान पहुंचाया है. इस दौरान इलाके में झमाझम बारिश हुई. बारिश के साथ काफी तेज हवाएं चली. कुछ पल में ही पूरा इलाका में अंधेरा छा गया है. इससे नगर में विद्युत की आपूर्ति ठप हो गयी. तेज हवा चलने से चित्तरंजन व मिहिजाम में कई स्थानों पर पेड़ की डालियां टूट कर सड़को पर बिखर गयी. नगर के कानगोई इलाके में रेल फाटक के समीप एक बड़े पुराने पीपल के पेड़ की भारी डालियां टूट कर मुख्य मार्ग पर गिरने से मार्ग पर कुछ समय के लिए आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है. स्थानीय लोगों के पहल पर जेसीबी मशीन से पेड़ की टूटे पेड़ की डालियों को हटाये जाने पर आवागमन आरम्भ हो पाया. गोरायनाला के चरकापहाड़ी में आयोजित मेले को भी आंधी पानी ने काफी नुकसान पहुंचाया. पूजा उत्सव के दूसरे दिन मेले के लिए लगे दुकानदारों के स्टाॅल टूट कर नष्ट हो गया. इससे दुकानदारों को नुकसान का सामना करना पड़ा. मेले में काफी संख्या में दुकाने लगी थी. दुकानदारों के काफी आशा थी कि संध्या पहर मेले में काफी भीड़ उमड़ेगी, लेकिन तेज हवा व बारिश ने मेले का सूरत ही बदलकर रख दिया. इधर बारिश के कारण नगर के कई मुहल्ले में जल जमाव की स्थिति का सामना करना पड़ा है. मुख्य मार्ग पर गली मुहल्ले की नालियों में जमा कचरा पानी के बहाव से सड़को पर पसर गयी थी. जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गयी है. विद्युत की आपूर्ति संध्या 8 बजे तक बहाल नहीं हो पायी थी. जामताड़ा मिहिजाम के बीच कई स्थानों पर विद्युत तार व खंभे को नुकसान होने की सूचना पर विभाग की कर्मी लाइन ठीक करने में जुटे थे.
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