जामताड़ा (संवाददाता). समाहरणालय स्थित एसजीएसवाई सभागार में समाज कल्याण विभाग के सौजन्य से समर/सी-मैम कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर जिले के सभी एमओआईसी, सीडीपीओ एवं एलएस शामिल हुए. कार्यक्रम का शुभारंभ डीसी कुमुद सहाय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. मौके पर डीसी ने कहा कि समर कार्यक्रम का उद्देश्य आंगनबाड़ी के माध्यम से जिले के कुपोषित बच्चों को चिह्नित करते हुए उन्हें कुपोषण से मुक्त कर स्वस्थ बनाना है. कहा कि कुपोषित और एनीमिया से ग्रसित बच्चों पर विशेष फोकस की आवश्यकता है. इसके लिए हमारा खान-पान पोषणयुक्त हो. इसके लिए यह जरूरी नहीं कि महंगे चीजों से ही प्राप्त होंगे. बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जो पोषण के लिए जरूरी है और वे काफी सस्ते में उपलब्ध होते हैं. वहीं उन्होंने सभी मास्टर ट्रेनर्स से कहा कि अच्छे से प्रशिक्षण प्राप्त करें. सभी बिंदुओं पर गहनता से जानकारी प्राप्त करें, ताकि प्रखंड स्तर एवं आंगनबाड़ी स्तर पर समुचित जानकारी दे सकें. इसे मिशन मोड में पूरा करें. कहा कि हालांकि यह कार्यक्रम वर्ष 2021 में ही शुरू हुआ था, जामताड़ा में यह तृतीय एवं अंतिम चरण में कार्यान्वित किया जा रहा है. इसके अलावा उन्होंने समर कार्यक्रम के तहत 0-59 माह तक गंभीर कुपोषित बच्चों के समुदाय आधारित प्रबंधन से जुड़े बिंदुओं पर गहनता से समझने काे कहा, ताकि हमारे बच्चे स्वस्थ एवं हृष्ट पुष्ट हो सकें. वहीं परियोजना निदेशक आईटीडीए जुगनू मिंज ने कहा कि अच्छे से जानकारी लें. जो ट्रेनिंग मटीरियल मिला है उसका विस्तार से अध्ययन करें, ताकि फील्ड में जाकर कार्यक्रम के उद्देश्य को पूरा किया जा सके. मौके पर डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ अमित तिवारी ने समर-सी मैम कार्यक्रम को लेकर विस्तारपूर्वक सभी बिंदुओं पर जानकारी दी. इस दौरान पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सभी को कार्यक्रम से संबंधित जानकारी दी गयी. मौके पर सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ डीसी मुंशी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी पंकज कुमार रवि, डीएसडब्ल्यूओ कलानाथ आदि थे.
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