मामला नारायणपुर में निर्मित स्वास्थ्य उपकेंद्र का निकेश सिन्हा, नारायणपुर प्रखंड के रूपडीह गांव में निर्मित स्वास्थ्य उपकेंद्र लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने में आनाकानी कर रहा है. ग्रामीणों की माने तो इस केंद्र का संचालन मनमानी तरीके से हो रहा है, जिस कारण लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लाभ से परेशान होना पड़ रहा है. सीएचओ हेमेंद्र कुमार सिंह अक्सर गायब रहते हैं. केंद्र में वह आवासन भी नहीं करते हैं, जिस कारण लोगों को परेशानी हो रही है. कहा कि स्वास्थ्य विभाग के मंत्री व्यवस्था को दुरुस्त करने में लगे हैं, लेकिन कुछ स्वास्थ्यकर्मी और पदाधिकारी मनमानी तरीके से काम कर सरकार की छवि धूमिल कर रहे हैं. हालांकि उक्त केंद्र में एएनएम भी प्रतिनियुक्त है. विभाग के पदाधिकारी ने बताया कि वह विगत दो-तीन दिनों से आकस्मिक अवकाश पर हैं. बहरहाल, जो भी हो लेकिन रूपडीह स्वास्थ्य उपकेंद्र से लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है. सोमवार की दोपहर जब उपकेंद्र की पड़ताल की गयी तो केंद्र में ताला लटका हुआ था. वितरण की जगह बाहर में फेंकी हुई थी दवाइयां लोगों का स्वास्थ्य दुरुस्त करने के लिए सरकार निशुल्क दवाइयां उपलब्ध करा रही है, लेकिन केंद्र के कर्मियों ने लापरवाही से बाहर फेंक दिया था. लोगों ने कहा इसकी जांच होनी चाहिए और दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए, जिन दवाइयों को फेंकी गयी थी उनमें आयरन फोलिक एसिड और विटामिन जैसी गोलियां थी. इन दवाइयों का उपयोग गर्भवती महिलाएं व कुपोषित लोगों के उपचार में होता है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग महिलाओं को तंदुरूस्त करना है. कुपोषण को दूर करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम चलायी जा रही है. वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी और कर्मी इस कदर लापरवाही बरत रहे हैं. – क्या कहते हैं एमओआइसी केंद्र का नियमित संचालन करना चाहिए. एएनएम आकस्मिक अवकाश पर है. मामले की जांच कराई जाएगी, जो भी दोषी होंगे उन पर विभागीय कार्रवाई होगी. – डॉ अमरेंद्र कुमार सिंह, एमओआइसी, नारायणपुर
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