संवाददाता, जामताड़ा. जिले भर में रविवार को मुहर्रम का पर्व पूरी श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ मनाया गया. यह पर्व त्याग, बलिदान और सत्य के मार्ग पर अडिग रहने की प्रेरणा देता है. शहर के सरखेलडीह, पाकडीह, राजबाड़ी, मियांडीह, रहमुडंगाल, बुधुडीह, मोहड़ा, दुलाडीह, नाड़ाडीह जैसे गांवों से पारंपरिक ताजिया जुलूस और अखाड़ा प्रदर्शन निकाले गए, जो सुभाष चौक की ओर बढ़े. “या अली, या हुसैन ” के नारों से माहौल गूंज उठा और इमाम हुसैन की शहादत की याद में वातावरण भावुक हो गया.
डीसी, एसपी ने खेली लाठी :
जुलूस का मुख्य आकर्षण विभिन्न अखाड़ों द्वारा प्रस्तुत लाठी, तलवार, भाला, गड़ासा और आग के हैरतअंगेज करतब रहे. युवा खिलाड़ियों ने अपने जुझारूपन, संतुलन और परंपरागत युद्धकला से उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया. दर्शकों की तालियों और जयकारों से पूरा इलाका गूंज उठा. वहीं सुभाष चौक में डीसी रवि आनंद, एसपी राजकुमार मेहता ने भी लाठी खेली. मौके पर एसडीओ अनंत कुमार, एसडीपीओ विकास आनंद लागोरी, बीडीओ प्रवीण चौधरी, सीओ अविश्वर मुर्मू, थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे.मुहर्रम से सीख लेकर जीवन में आगे बढ़ना चाहिए : मंत्री :
स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने जामताड़ा के छायाटांड़, फिटकोरिया, बिराजपुर, नारायणपुर, ढेकीपाड़ा, मिहिजाम आदि स्थानों पर ताजिया मिलन कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने युवाओं, बुजुर्गों और बच्चों से मिलकर सामाजिक सौहार्द और एकता को मजबूत करने की अपील की. उन्होंने कहा कि इमाम हुसैन ने कर्बला में अन्याय और अत्याचार के खिलाफ डटकर संघर्ष किया और सत्य के मार्ग पर अडिग रहते हुए बलिदान दिया. हमें मुहर्रम से प्रेरणा लेकर जीवन में आने वाली कठिनाइयों से न डरते हुए हिम्मत के साथ आगे बढ़ना चाहिए.नामुपाड़ा में पूर्व नपं अध्यक्ष ने खेली लाठी :
वहीं, नामुपाड़ा में भी अखाड़ा कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष एवं भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल शामिल हुए. उन्होंने आयोजन समिति को सफल कार्यक्रम के लिए बधाई दी और भविष्य में भी सहयोग देने की बात कही. स्थानीय युवाओं द्वारा प्रस्तुत परंपरागत शौर्य और कलाओं की खूब सराहना की गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है