विद्यासागर. सरस्वती विद्या मंदिर विद्यासागर में त्रिदिवसीय आचार्य कार्यशाला 2025 का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संचालक निगम कृष्ण सिंह, जिला कार्यवाहक राजाराम मंडल, विद्यालय प्रबंधकारिणी के अध्यक्ष चंदन मुखर्जी एवं प्रधानाचार्य कृष्णकांत दुबे ने किया. प्रधानाचार्य कृष्णकांत दुबे ने मुख्य अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर एवं पत्रिका देकर सम्मानित किया. सरसंचालक निगम कृष्ण सिंह ने कहा कि आचार्य स्वयं नए समाज को गढ़ते हैं. उन्हें सम्मानित करना मेरे लिए सूर्य को दीया दिखाने के समान है. आचार्य का कार्य समाज निर्माण है और वह अनवरत इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं. सरस्वती विद्या मंदिर में शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दिया जाता है. इसके कारण यहां पढ़ने वाले छात्र- छात्रा सफलता की नयी ऊंचाई को प्राप्त करते हैं. जिला कार्यवाहक राजाराम मंडल ने कहा कि आचार्य कार्यशाला आचार्य के बौद्धिक विकास शैक्षणिक विकास के अति आवश्यक है. समय-समय पर आधुनिक शिक्षा का शोध गोष्ठी होना चाहिए. प्रधानाचार्य कृष्णकांत दुबे ने बताया कि नयी शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्या मंदिर को भी नवीनीकृत किया जा रहा है, जिससे गुणवत्तापूर्ण एवं स्वच्छ माहौल में छात्र-छात्राओं को उत्तम शिक्षा की प्राप्ति होगी. सरस्वती विद्या मंदिर में छात्र-छात्राओं को पांच पद्य शिक्षण पद्धति द्वारा शिक्षा दी जाती है. इससे छात्र- छात्राओं का सर्वांगीण विकास होता है. सरस्वती विद्या मंदिर के सभी चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों को प्रधानाचार्य द्वारा अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. मौके पर आचार्य बलबीर कुमार यादव, जयप्रकाश सर्वानी, उत्तम कुमार सिंह, रमेश मंडल, आदित्य ओझा, अनूप बागची, अनुज मिश्रा, अपर्णा झा, लक्ष्मी गुप्ता, ललिता देवी, मदन तुरी, अशोक मंडल, संतोष कुमार, अशोक सिंह पांडे, संतोष मंडल, कैलाश मंडल आदि आचार्य उपस्थित थे.
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