नाला. प्रखंड क्षेत्र के प्रमुख देवालय देवलेश्वर धाम में चड़क पूजा प्रारंभ हो गयी है. इस अवसर पर मूल भक्त हाराधन झा एवं अन्य शिवभक्त द्वारा देवली-चालना गांव में बानेश्वर महादेव की विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना की गयी. प्राचीन काल से चली आ रही परंपरा को बरकरार रखते हुए शिवभक्त एवं पुजारी ब्राह्मण द्वारा बानेश्वर महादेव को लेकर गांव-गांव में भ्रमण कराया जा रहा है. मौके पर गांव के श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से बानेश्वर महादेव का दर्शन-पूजन किया. कई दिनों तक चलने वाले चड़क उत्सव अनुष्ठान के तहत मंदिर के निकट स्थित भोलूसायर तालाब में भक्तों द्वारा पवित्र स्नान कर जनेऊ धारण कर गुड़ एवं चना का प्रसाद चढ़ाने की परम्परा है. इसके पश्चात शिवभक्त के अलावा अन्य श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया जाता है. चड़क उत्सव को लेकर भोक्ता बाबा देवलेश्वर के दरबार में पहुंचे तथा बाबा देवलेश्वर महादेव सहित विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर विशाल मेला का आयोजन किया गया है. मौके पर दुकानदार दुकान सजाने में व्यस्त हैं. बीते कल मौसम की बेरुखी के कारण दुकानदारों में मायूसी छायी हुई है. आशंका जतायी जा रही है कि कहीं मौसम फिर से बिगड़ा, तो भारी असुविधा होगी. मंदिर एवं आसपास के क्षेत्र में भक्तों द्वारा बाबा का जयकारा लगाया जा रहा है. मान्यता है कि शिवभक्त जनेऊ धारण करने के पश्चात बाबा के दरबार में मन्नतें करते हैं. मनोकामना पूर्ण होने पर शिवभक्तों द्वारा चना एवं गुड़ प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है. आगामी शनिवार एवं रविवार को यहां चड़क पूजा एवं गाजनोत्सव अनुष्ठान संपन्न होगा. इसमें भक्तों द्वारा अनूठा करतब दिखाया जाएगा. इस उत्सव को लेकर क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय होने लगा है तथा शिवभक्त, पूजा यात्री, दुकानदार पहुंचने लगे हैं. वहीं इस अनुष्ठान को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए कमेटी के लोगों द्वारा पेयजल, लाइट शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक तैयारी की जा रही है. जानकारी हो कि जिले का यह सबसे बड़ा मेला होने के कारण झारखंड के अलावा बंगाल के विभिन्न प्रांतों से दुकानदार एवं पूजा यात्री पहुंचते हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है