कोडरमा. झारखंड चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ का चतुर्थ जिला सम्मेलन शनिवार को जेजे कॉलेज के सभागार में हुआ. सम्मेलन से पूर्व सदर अस्पताल से जुलूस निकाला गया. संघ के जिलाध्यक्ष विपुल कुमार ने झंडोत्तोलन किया. शहीद बेदी पर नेताओं व प्रतिनिधियों ने माल्यार्पण किया. मुख्य अतिथि सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार ने दीप प्रज्जवलित कर सम्मेलन की शुरुआत की. सीएस ने कहा कि जन स्वास्थ्य कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ है. सरकार को इनकी मांगों पर उचित कार्रवाई करे. चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के राज्य महामंत्री रामाधार शर्मा ने कहा कि कोरोना में जब लोग घरों में थे, तब स्वास्थ्य कर्मियों ने जान की परवाह किये बगैर लोगों की सेवा की. कई चिकित्सक व कर्मियों की जान चली गयी. बदले में केंद्र सरकार ने 18 माह का डीए नहीं दिया. राज्य में लाखों पद रिक्त हैं, लेकिन बहाली नहीं हो रही है. आउटसोर्सिंग से काम चलाया जा रहा है, जिन्हें बहुत काम मानदेय दिया जाता है. नौकरी और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी नहीं है. इसके खिलाफ आंदोलन करना होगा. विशिष्ट अतिथि सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार श्रम कानूनों को खत्म कर लेबर कोड में तब्दील कर दिया है. उन्होंने नौ जुलाई को ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल में शामिल होने की अपील की. सम्मेलन को राज्य संयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार तिवारी, अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला महामंत्री शशि कुमार पांडेय, दिनेश रविदास, जयनगर के स्वास्थ्य प्रभारी डॉ धर्मेंद्र कुमार, जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार, डॉ रविकांत कुमार सिंह, डॉ सुरेश कुमार राम, संघ के राज्य नेता शंधुनाथ पांडेय, मृत्युंजय कुमार, इंद्रदेव महतो, सीटू के जिला सचिव रमेश प्रजापति आदि ने संबोधित किया. अध्यक्षता विपुल कुमार ने की, संचालन अरविंद कुमार ने किया. 31 सदस्यीय जिला कार्यकारिणी का गठन, विपुल बने अध्यक्ष:
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