डोमचांच. वर्ष 2018 में जब नगर पंचायत डोमचांच का गठन हुआ था, तो लोगों की उम्मीदों को पंख लग गये थे, पर आज सात वर्ष बाद लोग खुद में ठगा महसूस कर रहे हैं. नगर पंचायत बनने के बाद विकास का जो प्रयास होना चाहिए था, वह हुआ नहीं. अभी तक कोई वार्डों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था नहीं हो पायी है. शुक्रवार को प्रभात खबर आपके द्वार कार्यक्रम में नगरवासियों ने खुलकर अपनी समस्याएं बतायी. नगर पंचायत क्षेत्र के हृदय स्थल डोमचांच बाजार में लोगों ने कहा कि यहां की स्थिति जब खराब है़, तो अन्य जगहों की क्या स्थिति होगी, इसका अंदाजा सहसा लगाया जा सकता है़ मौके पर विजय खटीक, अनिल साव, संतोष वर्णवाल, संतोष चंद्रवंशी, मुकेश चंद्रवंशी, भोलू चंद्रवंशी, संदीप कुमार, राहुल चंद्रवंशी आदि मौजूद थे.
हर दिन हाट में लगता है जाम
व्यवसायी संजय कुमार राठौर ने बताया कि वर्ड नंबर आठ व नौ की स्थिति दयनीय है. प्रतिदिन हाट-बाजार के रोड पर जाम लगता है. वार्ड नंबर नौ में बने बाजार शेड की हालत इन सात वर्ष में नहीं बदली जा सकी. जर्जर शेड दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है. समाजसेवी विजय राम ने बताया कि सबसे बड़ी समस्या बाजार रोड में लगने वाले जाम की है. पार्किंग की सुविधा नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है. यहां पर एक शेड का निर्माण कराया जा रहा था, लेकिन विभागीय लापरवाही के कारण निर्माण कार्य बंद हो गया है. सामाजिक कार्यकर्ता चौधरी राम चंद्रवंशी ने बताया कि नगर पंचायत से तो अच्छा ग्राम पंचायत था. जब से नगर पंचायत बना है तब से जनता को अतिरिक्त बोझ होल्डिंग टैक्स के रूप में मिला. बाजार रोड में जमा कचरे से दुर्गंध आती है. जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. व्यवसायी भोला राम ने कहा कि डोमचांच बाजार में वार्ड नंबर आठ और नौ दोनों आता है. लेकिन यहां की स्थिति को देखने से पता चलता है कि विकास हुआ ही नहीं. हमलोग जहां पहले बेडमिंटन और वॉलीबॉल खेलते थे, वहां पर आज कचरा फेंका जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है