डिजिटल साक्षरता सामाजिक सशक्तीकरण का माध्यम भी है 30कोडपी13 प्रशिक्षण में शामिल लोग. प्रतिनिधि कोडरमा. कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा कोडरमा प्रखंड के इंदरवा पंचायत भवन में एकदिवसीय कैरियर मार्गदर्शन एवं डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को उनके कैरियर विकल्पों के प्रति मार्गदर्शन देना, डिजिटल दुनिया की बुनियादी जानकारी से लैस करना, आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करना और सुरक्षित डिजिटल व्यवहार को बढ़ावा देना था. बाल मित्र ग्रामों में बीते वर्षों से चल रहे निरंतर प्रयासों सामुदायिक जागरूकता अभियानों, बाल अधिकार आधारित हस्तक्षेपों एवं शैक्षिक गतिविधियों के कारण अब ये युवा उच्च शिक्षा या स्वरोजगार की दिशा में सोचने और कदम बढ़ाने लगे हैं. प्रशिक्षण के मुख्य प्रशिक्षक कृष्णा कुमार बर्णवाल ने संवादात्मक शैली में युवाओं को डिजिटल तकनीक, कंप्यूटर की मूलभूत समझ, साइबर सुरक्षा, ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म्स, ऑनलाइन करियर पोर्टल्स और विभिन्न सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने इस बात पर विशेष बल दिया कि डिजिटल साक्षरता आज के समय में न केवल शिक्षा एवं रोज़गार के नए अवसरों का द्वार खोलती है, बल्कि यह सामाजिक सशक्तीकरण का भी एक सशक्त माध्यम है. मुख्य अतिथि इंदरवा पंचायत की मुखिया उमा देवी ने प्रशिक्षण की सराहना करते हुए कहा कि द्वारा युवाओं के लिए किया गया यह प्रयास अत्यंत प्रेरणादायक है. प्रशिक्षण के दौरान युवाओं ने भी अपने अनुभव साझा किया. मौके पर हेमंती कुमारी, प्रियंका कुमारी, करिश्मा कुमारी, काजल कुमारी, प्रीति कुमारी, मनीषा कुमारी, संजू कुमारी, करिश्मा कुमारी, दीपक कुमार, अरुण कुमार, अमित कुमार, शिव कुमार, निकिता कुमारी, कृष्णा पासवान, अमन कुमार आदि मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है