प्रतिनिधि, पाकुड़ जिला मुख्यालय समेत प्रखंड मुख्यालय में कलश स्थापना के साथ रविवार से चैती नवरात्र की शुरुआत हो गई है. चैती नवरात्र को लेकर जिलेभर के मंदिरों और घरों में कलश स्थापना की गई. इस दौरान श्रद्धालु नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना करेंगे. मंदिर कमेटी की ओर से मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया है. शहर के दुर्गा कॉलोनी स्थित चैती दुर्गा मंदिर के आचार्य भारत भूषण मिश्रा ने बताया कि चैत्र मास की नवरात्रि रविवार 30 मार्च से शुरू होकर छह अप्रैल तक चलेगी. इस बार नवरात्रि में तिथियों में बदलाव हुआ है, जिसमें दूसरा और तीसरा नवरात्र एक ही दिन पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि इस वर्ष मां का आगमन हाथी पर हो रहा है. वहीं, पंडित रामप्रसाद उपाध्याय ने बताया कि जब-जब मां का आगमन हाथी पर होता है, तब यह देश-दुनिया के लिए आर्थिक रूप से बहुत शुभ माना जाता है. पहले दिन श्रद्धालु सूर्योदय के साथ ही नवरात्रि की शुरुआत कर चुके हैं. गौरतलब है कि नवरात्रि के नौ दिनों में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की परंपरा सनातन काल से चली आ रही है. इन नौ दिनों में पवित्रता और शुद्धि का विशेष ध्यान रखा जाता है. चैती नवरात्र को लेकर मंदिरों में विशेष तैयारियां कर ली गयी हैं.
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