प्रतिनिधि, महेशपुर. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा बालू खनन पर रोक लगाए जाने के बावजूद महेशपुर प्रखंड के कई स्थानों पर बालू का अवैध भंडारण जारी है. वर्तमान में महेशपुर प्रखंड क्षेत्र के कांसादीघी गांव के विद्यालय के समीप और पश्चिम बंगाल की सीमा के पास सड़क किनारे बड़े पैमाने पर अवैध बालू का भंडारण किया गया है, जहां माफिया सक्रिय रूप से सेट हो गए हैं. रोक के आदेश का लाभ उठाकर माफिया मनमाने दामों पर बालू की बिक्री कर रहे हैं, जिससे आम जनता को भारी परेशानी हो रही है. एनजीटी ने मानसून को देखते हुए 10 जून से 15 अक्टूबर तक बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बालू खनन पर रोक लगने के बाद माफिया महेशपुर में बालू को चार से पांच हजार रुपये में बेच रहे हैं और उसे पश्चिम बंगाल भेजकर वहां और भी ऊंचे दामों पर खपाया जा रहा है. बताया गया कि विभिन्न स्थानों पर करीब 50 से 60 से अधिक ट्रैक्टर बालू का अवैध भंडारण किया गया है. इस संबंध में महेशपुर अंचलाधिकारी संजय कुमार सिन्हा से दूरभाष पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि अवैध भंडारण की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
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