संवाददाता, पाकुड़. डीसीएलआर के कार्यालय में डीसीएलआर के कार्यालय कक्ष और न्यायालय कक्ष का मंगलवार को डीसी मनीष कुमार व एसपी प्रभात कुमार ने उद्घाटन किया. इस मौके पर डीसीएलआर ने फीता काटकर कार्यालय का उदघाटन किया. डीसी मनीष कुमार ने बताया कि डीसीएलआर के कार्यालय कक्ष एवं न्यायालय का उद्घाटन होने से कार्य का निपटारा करने में संबंधित पदाधिकारी को सहूलियत होगी तथा भूमि से संबंधित मामलों, जैसे कि दाखिल-खारिज (म्यूटेशन) और भूमि विवादों की सुनवाई करने के दौरान अधिकारियों को सहूलियत होगी. भूमि सुधार उप समाहर्ता (डीसीएलआर) मनीष कुमार ने कहा कि पाकुड़ में भूमि सुधार उप समाहर्ता का न्यायालय काफी लंबे समय से चल रहा है, परंतु अपना अलग कोई न्यायालय भवन नहीं था. इस बात की जानकारी उपायुक्त को देने पर उनके दिशानिर्देश में एक माह से भी कम समय में न्यायालय भवन को तैयार किया गया. इतनी त्वरित पहल तथा इस योजना को धरातल पर उतरने के लिए उपायुक्त को हृदय से धन्यवाद देते हैं. नये न्यायालय भवन बनने से कार्यदशा में सुधार आयेगा. वादों का निष्पादन और त्वरित गति से होगा.
विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर हुई जिलास्तरीय समीक्षा :
उपायुक्त मनीष कुमार की अध्यक्षता में बाजार समिति प्रांगण में विधि-व्यवस्था संधारण सहित अन्य प्रमुख बिंदुओं को लेकर जिलास्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. बैठक में उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक द्वारा विधि व्यवस्था, वारंट का कार्यान्वयन, अन्वेषणों की अद्यतन स्थिति, अपराध नियंत्रण, सर्टिफिकेट केस की अद्यतन स्थिति, अवैध खनन, अवैध मादक पदार्थ/शराब, योजनाओं के क्रियान्वयन में विधि व्यवस्था से संबंधित मामलों आदि की समीक्षा करते हुए संबंधित पदाधिकारी को निर्देश दिए गए. बैठक में एसपी प्रभात कुमार, अपर समाहर्ता जेम्स सुरीन, एसडीओ साइमन मरांडी, एसडीपीओ पाकुड़ दयानंद एवं एसडीपीओ महेशपुर विजय कुमार, सभी बीडीओ एवं सीओ, थाना प्रभारी सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.प्लास्टिक कचरा से मुक्ति को लेकर निकाला जागरूकता रथ :
समाहरणालय परिसर से डीसी मनीष कुमार व एसपी प्रभात कुमार, डीडीसी महेश कुमार संथालिया, पीएचईडी के ईई अनंत प्रसाद सिंह एवं सीएस डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल ने मंगलवार को ग्रामीणों के बीच सिंगल यूज़ प्लास्टिक प्रबंधन को लेकर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. मालूम हो कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण चरण-2 अंतर्गत विश्व पर्यावरण दिवस 2025 को लेकर “वैश्विक स्तर पर प्लास्टिक कचरा प्रदूषण की समाप्ति ” को लेकर 22 मई से 05 जून तक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. उपायुक्त ने कहा कि सिंगल यूज़ प्लास्टिक को बंद कर वातावरण, मिट्टी, पानी को दूषित होने से बचाया जा सकता है. खुद का पानी का बोतल एवं कपड़े का थैला के उपयोग से शुरुआत की जा सकती है. थर्मोकोल एवं प्लास्टिक को ना बोलें, हरा पत्ता की थाली एवं कटोरी मिट्टी के बर्तन का उपयोग करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है