संवाददाता, पाकुड़. पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक से विस्थापित रैयतों ने तीसरे दिन मंगलवार को भी खनन और कोयला परिवहन का कार्य पूरी तरह से ठप कर दिया. प्रदर्शनकारी ग्रामीणों ने माइंस में काम आनेवाली भारी मशीनों को रोक दिया है. लोडर और डंपर एक ही स्थान पर खड़े कर दिए गए हैं. कार्यस्थल पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे विशनपुर, चिल्गो और आलूबेड़ा के ग्रामीण रंजन मरांडी, प्रधान मुर्मू, सुरेश टुडू, अन्द्रियास मुर्मू, रमेश मुर्मू, सोम हेम्ब्रम, राजू मुर्मू, नाजिर सोरेन, बोनेश्वर टुडू, मुंशी टुडू, जॉन हांसदा, मानवेल और साहेबजन मरांडी ने बताया कि कंपनी ने एमओयू में किए गए वादों को अब तक पूरा नहीं किया है और ना ही एमओयू को ग्रामीणों के समक्ष रख रही है. ग्रामीणों की मांग है कि खनन के बाद जमीन को समतल कर उसे रैयतों को वापस सौंपा जाए. आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि मंगलवार को भी कोल प्रबंधन का कोई प्रतिनिधि न ही प्रखंड या जिला प्रशासन का कोई पदाधिकारी वार्ता के लिए आंदोलन स्थल पर पहुंचे.
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