प्रतिनिधि, पाकुड़िया. पाकुड़िया से खक्सा पीडब्ल्यूडी मुख्य मार्ग पर स्थित सतीघटा तीरपीतिया नदी पर बना पुल बारिश के मौसम में जलजमाव का केंद्र बन जाता है, जिससे राहगीरों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यह पुल लगभग दो दशक पुराना है और बताया जाता है कि इसका निर्माण ब्रिटिश काल में हुआ था. हल्की बारिश के बाद ही पुल पर पानी भर जाता है, जिससे फिसलन बढ़ जाती है और दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल पर जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है, जिससे हर बारिश के बाद स्थिति बिगड़ जाती है. लगातार जलजमाव के कारण पुल की हालत जर्जर हो चुकी है और इसके गिरने का खतरा भी बढ़ गया है. इसी पुल से दिन-रात भारी व हल्के वाहनों की आवाजाही होती है.पुल के बगल में एक नया उच्चस्तरीय पुल लगभग 90 प्रतिशत बनकर तैयार है, लेकिन फिनिशिंग और अंतिम जोड़ाई का कार्य महीनों से रुका हुआ है. ढेकिडुबा, जंटाग, खक्सा सहित कई गांवों के ग्रामीणों ने पथ निर्माण विभाग से नवनिर्मित पुल को जल्द चालू करने की मांग की है.
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