पाकुड़ नगर. विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर जिला न्यायालय के सभागार में डालसा के तत्वावधान में विधिक जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. डालसा सचिव रूपा बंदना किरो ने बाल श्रम की गंभीरता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह समस्या गरीबी, अशिक्षा और जागरुकता की कमी से जुड़ा है. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन की ओर से शुरू किए गए इस दिवस का उद्देश्य बच्चों को शोषण से बचाना और उन्हें शिक्षा व खुशहाल बचपन का अधिकार दिलाना है. इस वर्ष की थीम प्रगति स्पष्ट है, लेकिन अभी और काम किया जाना बाकी है के तहत प्रयासों को तेज करने की अपील की. कार्यक्रम में लीगल एड डिफेंस काउंसिल के प्रतिनिधि, जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार, पीएलवी व स्कूली छात्राओं ने भाग लिया. वक्ताओं ने बाल श्रम, बाल विवाह, बच्चों के अधिकार और कानूनी प्रावधानों के प्रति जागरूक किया. साथ ही शिक्षा को बढ़ावा देने और बाल मजदूरी रोकने में समाज की भूमिका को अहम बताया गया.
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