प्रतिनिधि, पाकुड़: सदर अस्पताल के सभागार में सिविल सर्जन डॉ. मंटू कुमार टेकरीवाल ने समीक्षा बैठक की. इस अवसर पर जिले के सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीपीएम सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे. सीएस ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार सौ दिवसीय टीबी खोज अभियान की शुरुआत 19 मई से की जा रही है, जिसके तहत पूरे जिले में विशेष स्वास्थ्य कैंप आयोजित होंगे. इन कैंपों में एक सप्ताह से अधिक समय से खांसी, बुखार, बलगम में खून या वजन कम होने जैसे लक्षण वाले मरीजों की स्क्रीनिंग की जाएगी. उन्होंने बताया कि टीबी का सबसे प्रमुख लक्षण तीन सप्ताह या उससे अधिक समय तक लगातार खांसी रहना है. इसके अलावा बलगम में खून आना, बुखार, सीने में दर्द और अचानक वजन घटना भी इसके लक्षण हैं. अगर समय रहते टीबी की पहचान हो जाए, तो इसका सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज उपलब्ध है. बैठक में सभी अधिकारियों से अभियान को सफल बनाने के लिए व्यापक जनजागरूकता और ग्रामीण क्षेत्रों तक सेवा पहुंचाने पर विशेष जोर देने को कहा गया.
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