प्रतिनिधि, महेशपुर: महेशपुर प्रखंड मुख्यालय के प्रमुख चौक-चौराहों पर आम लोगों की सुविधा और सुरक्षा के लिए लगाए गए हाई मास्क लाइटें अब मात्र शोभा की वस्तु बनकर रह गई हैं. महेशपुर अंबेडकर चौक, भगत सिंह चौक, हनुमान मंदिर चौक सहित कई अन्य क्षेत्रों में ये लाइटें महीनों से बंद पड़ी हैं, जिससे शाम होते ही पूरा इलाका अंधेरे में डूब जाता है. स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इन हाई मास्क लाइटों को राहगीरों और रात्रि में सफर करने वालों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लगाया गया था, ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. लेकिन लाइटें बंद होने से अब उल्टा असर देखने को मिल रहा है—अंधेरे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं और आपराधिक घटनाओं की आशंका बढ़ गई है. ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने कई बार प्रशासन से इस मुद्दे की शिकायत की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. हनुमान मंदिर चौक और अंबेडकर चौक जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में लाइटें नहीं जलने से खासकर महिलाएं और बुजुर्ग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. दर्जनों ग्रामीणों ने मांग की है कि सभी बंद पड़ी हाई मास्क लाइटों की अविलंब मरम्मत कराई जाए, ताकि रात के समय नागरिकों को अंधेरे से निजात मिल सके और क्षेत्र को फिर से सुरक्षित बनाया जा सके.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है