संवाददाता, पाकुड़. पीरामल फाउंडेशन द्वारा मातृ, नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य परियोजना के अंतर्गत पाकुड़ प्रखंड के सभागार में सभी मुखिया का एकदिवसीय ग्राम स्वास्थ्य संवाद कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का शुभारंभ जिला पंचायती राज पदाधिकारी प्रीतिलता मुर्मू द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य मुखिया को मातृ, नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य व उसकी सेवाओं के बारे में जानकारी प्रदान करना है, ताकि जानकारी को ग्राम सभा बैठक के उपरांत वार्ड सदस्य के माध्यम से ग्राम के हर सदस्य तक पहुंचाकर जागरूकता के माध्यम से मातृ , नवजात शिशु की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करके मातृ, नवजात, शिशु मृत्यु में कमी लाना था. कार्यशाला के दौरान जिला पंचायती राज पदाधिकारी द्वारा समस्त मुखिया को नियमित रूप से ग्राम सभा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी विषय पर चर्चा करने हेतु निर्देश दिए गए. इस कार्यशाला में मुखिया को पंचायत स्तर पर मातृ नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य के बारे में की जाने वाली सामुदायिक पहल, मुखिया की सहभागिता के लिए प्रभावी मंच, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति, जन अरोग्य समिति की संरचना, बैठक का उद्देश्य और उसके लाभ, स्वस्थ गांव, पंचायत स्तर पर मॉडल वीएचएसएनडी में दी जाने वाली सेवाएं, प्रसव पूर्व 4 जांच का महत्व, संस्थागत प्रसव के लाभ, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, HBNC कार्यक्रम तथा शिशु के जन्म से लेकर 2 वर्ष तक संपूर्ण देखभाल, जन अरोग्य समिति की संरचना, मातृ, नवजात व शिशु मृत्यु के कारण और उससे बचाव व सतत विकास लक्ष्य की 9 थीम के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी. इस दौरान पीरामल फाउंडेशन की डिस्ट्रिक्ट लीड मोना प्रेरणा सुरीन, पाकुड़ प्रखंड के सभी मुखियागण, प्रोग्राम लीड दुर्गेश दुबे, अरशद अली, मीना ठाकुर, संजय सहित पीरामल के समस्त फेलो मौजूद थे.
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