Tuti Jharna Mandir: झारखंड में भगवान शिव का एक ऐसा अद्भुत धाम, जहां आपको आज भी कई सारे चमत्कार देखने को मिलेंगे. यहां होने वाली कई घटनाएं ऐसी है जिसे सुनने पर शायद आप विश्वास न करें, लेकिन जब आप साक्षात इसके दर्शन करेंगे तो आपको भगवान शिव की महिमा और चमत्कार दोनों पर गहरा विश्वास हो जायेगा. इस मंदिर से लोगों की ऐसी आस्था जुड़ी हुई है कि न केवल राज्यभर से बल्कि देश के अलग-अलग कोने से श्रद्धालु बाबा का आशीर्वाद लेने यहां पहुंचते हैं.
‘प्राचीन शिव मंदिर, टूटी झरना’

यह अद्भुत और चमत्कारी मंदिर ‘प्राचीन शिव मंदिर, टूटी झरना’ के नाम से जाना जाता है. यह मंदिर रामगढ़ शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित है. यह जगह टूटी झरना के नाम से ही काफी प्रसिद्ध है. मंदिर के मुख्य पुजारी शैलेश कुमार ओझा ने इस मंदिर के इतिहास और इससे जुड़े रोचक रहस्यों को बताया, जिसे जान आप भी इस मंदिर में आने को मजबूर हो जायेंगे. मान्यता है यहां सच्ची श्रद्धा से मांगी हर मनोकामना पूरी होती है.
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टूटी झरना मंदिर का इतिहास

मंदिर के मुख्य पुजारी शैलेश कुमार ओझा ने बताया कि यह मंदिर जमीन के अंदर स्थित था. गोमो से बरकाकाना रेलवे लाइन के निर्माण कार्य के दौरान मजदूर पटरी में बिछाने के लिए इसी जगह से मिट्टी ले जा रहे थे. इसी बीच एक दिन खुदाई के दौरान मजदूरों ने मंदिर का गुंबद देखा. निर्माण कार्य करवा रहे ठेकेदार को जब इसकी सूचना हुई, तो उन्होंने इस जगह की खुदाई करवाई. खुदाई के बाद धीरे-धीरे मंदिर का प्रारूप सामने आने लगा. जब खुदाई पूरी हुई तो यह अद्भुत मंदिर मिला.
भगवान विष्णु की नाभि से मां गंगा करती है जलाभिषेक

पुजारी बताते हैं कि मंदिर के अंदर उत्तर दिशा में शिवलिंग स्थापित था. शिवलिंग के पश्चिम दिशा में भगवान विष्णु चतुर्भुज रूप धारण किये हुए थे और उनकी नाभि से मां गंगा शिवलिंग पर जलाभिषेक कर रही थी. उन्होंने बताया कि आज भी 24 घंटे मां गंगा भोले बाबा पर जलाभिषेक करती है. हैरानी की बात यह है कि यह जल कहां से आता है इसका आज तक कोई पता नहीं लगा सका है. भीषण गर्मी पड़े या मूसलाधार बारिश सालों भर भगवान विष्णु की नाभि से मां गंगा शिवलिंग पर जलाभिषेक करती है.
हैंडपंप से 24 घंटे स्वतः निकलता है पानी

इसके अलावा इस मंदिर परिसर में एक हैंडपंप है. चौंकाने वाली बात यह है कि बिना चलाये हैंडपंप से भी 24 घंटे लगातार पानी निकलता है. ऐसा क्यों होता है इसका भी आज तक कोई पता नहीं लगा पाया है. स्थानीय लोग इसे चमत्कार ही मानते हैं.
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