रांची. सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी से मेटल ट्रेडिंग में ऊंचे रिटर्न का प्रलोभन देकर 2.98 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. पीड़ित सदर थाना क्षेत्र के बूटी मोड़ के समीप रहते हैं. इस मामले में सीआइडी की साइबर थाना पुलिस ने जमशेदपुर के कदमा थाना अंतर्गत शास्त्री नगर निवासी दिनेश कुमार (पिता प्रेमनाथ जायसवाल) को गिरफ्तार किया है. उसके पास से बैंक ट्रांजेक्शन से संबंधित ब्यौरा बरामद हुआ है. शिकायत मिलने पर साइबर पुलिस ने आरोपी के खाते में 15 लाख रुपये फ्रीज करा दिया है.आरोपी का खाता पहले से ही 3.29 करोड़ रुपये के एक अन्य निवेश धोखाधड़ी मामले से भी जुड़ा हुआ है. इस संबंध में उत्तर प्रदेश के नोएडा स्थित सेक्टर-36 थाना में केस दर्ज है. आरोपी के खाता संख्या 201034608570 में एक दिन में 1.15 करोड़ रुपये क्रेडिट हुए थे. गृह मंत्रालय के नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल से प्राप्त विवरण के अनुसार उक्त खाता उत्तर प्रदेश और झारखंड में दर्ज मामलों से जुड़ा है.
सेवानिवृत्ति की रकम और उधार लिया पैसा भी गंवाया : सेना से सेवानिवृत्त होने पर अधिकारी को मोटी रकम मिली थी. इसके अलावा उन्होंने कई लोगों से उधार लेकर भी निवेश किया था.एटीएम कार्ड फंसने के बाद ₹1.05 लाख की अवैध निकासी
रांची. एटीएम कार्ड से अवैध निकासी किये जाने को लेकर तुपुदाना निवासी चिरंजीव झा ने जगन्नाथपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. उन्होंने बताया कि 30 जुलाई को वे चांदनी चौक पर पीएनबी बैंक के एटीएम से पैसा निकालने गये थे. इसी दौरान डेबिट कार्ड एटीएम मशीन में फंस गया. इसके बाद बगल में स्थित इंडियन बैंक के गार्ड को इसकी जानकारी दी. उसने कहा कि धीरे-धीरे कार्ड को निकालिए, निकल जायेगा. काफी कोशिश करने पर भी डेबिट कार्ड नहीं निकला. इसके बाद एटीएम मशीन में एक कार्ड पर लिखे नंबर पर उन्होंने कॉल किया. उधर से कहा गया कि एक घंटा में टेक्नीशियन जायेगा, तो कार्ड निकाल देगा. इसके बाद मैं एटीएम के बगल में जाकर बैठ गया. इस दौरान दो-तीन आदमी एटीएम के बाहर घूम रहे थे. 15-20 मिनट बाद एटीएम के अंदर गये तब देखे कि उनका डेबिट कार्ड नहीं था. एक घंटे के अंदर 35 हजार नकद और पोओएस मशीन के जरिये रतन ज्वेलर्स रांची से 70 हजार रुपये की निकासी कर ली गयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है