Babulal Marandi: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी एक बार फिर से सरकार पर हमलावर हुए हैं. कैबिनेट द्वारा अटल मोहल्ला का नाम बदलकर मदर टेरेसा क्लिनिक करने के फैसले पर बाबूलाल मरांडी ने कई सवाल खड़े किये हैं. उन्होंने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा “इसे कृतघ्नता कहा जाए या नैतिक पतन.” इसके अलावा उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या नाम बदलने से एंबुलेंस समय पर पहुंचेगी और लोगों को बेहतर इलाज मिलेगा?
सरकार ने अटल जी के योगदान को किया अनदेखा- बाबूलाल मरांडी
बाबूलाल मरांडी ने कहा “झारखंड राज्य के निर्माण में अटल बिहारी वाजपेयी जी का योगदान किसी परिचय का मोहताज नहीं है. झारखंडवासियों को उनका अधिकार दिलाने में और आदिवासी अस्मिता को अलग पहचान देने में अटल जी के अटल इरादों की निर्णायक भूमिका रही है, लेकिन हेमंत सरकार ने राजनीति के निम्नतम स्तर को छूते हुए उनके योगदान को अनदेखा कर दिया.”
झारखंड की ताजा खबरें यहां पढ़ें
सरकार समस्या छोड़, नाम बदलने में व्यस्त
बाबूलाल मरांडी ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को बदहाल बताते हुए कहा कि यहां गर्भवती महिलाओं को एम्बुलेंस न मिलने के कारण रास्ते में ही प्रसव कराना पड़ रहा है. वृद्ध महिलाओं को खाट पर अस्पताल ले जाया जा रहा है, और शवों को ले जाने तक के लिए एम्बुलेंस उपलब्ध नहीं है. सरकार इस तरह की बुनियादी समस्याओं को दूर करने के बजाय योजनाओं के नाम बदलने में व्यस्त है.
मदर टेरेसा को सम्मान देने के लिए करतें ये काम
बाबूलाल मरांडी ने यह भी कहा कि अगर सरकार मदर टेरेसा को सम्मान देना चाहती थी, तो उनके नाम पर कोई नयी योजना लाती, जो मरीजों को सहारा और सेवा प्रदान करती. किन्तु ऐसा न कर सरकार ने यहां भी केवल राजनीतिक हित साधने का प्रयास किया है.
21 प्रस्तावों पर लगी मुहर
मालूम हो कल 24 जुलाई को सीएम हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में अटल मोहल्ला का नाम बदलकर मदर टेरेसा क्लिनिक करने पर सहमती बनी. इसके अलावा कैबिनेट की बैठक में कुल 21 प्रस्तावों पर मुहर लगी.
इसे भी पढ़ें
JPSC Result: धनबाद के विवेक ने दूसरे प्रयास में पायी बड़ी सफलता, खुशी से चहक उठा पूरा परिवार
सावन का असर! बढ़ा फ्लाइट का किराया, देवघर-दिल्ली के लिए शुरू हो रही एक और विमान सेवा
रांची वालों सावधान! अगर आपके फोन पर भी आया है ये मैसेज, तो कंगाल हो सकते हैं आप