रांची. प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने लातेहार के एक स्कूल में हुए यौन शोषण के मामले में भाजपा के बयान पर पलटवार किया है. प्रदेश महासचिव आलोक दुबे ने इसे शर्मनाक और दोहरे चरित्र वाली राजनीति करार दिया है. उन्होंने कहा कि भाजपा झारखंड में बच्चों के साथ हुए अपराध को लेकर जितनी सक्रिय दिख रही है, उतनी ही खामोशी उसने ओडिशा और राजस्थान में बच्चों और छात्राओं पर हुए अमानवीय अपराधों पर बरती है. यह दर्शाता है कि भाजपा को बच्चों की सुरक्षा या न्याय से नहीं, बल्कि सिर्फ सत्ता की भूख और राजनीतिक लाभ से मतलब है.
सियासी फायदा उठाना चाहती है भाजपा
उन्होंने कहा कि ओडिशा के बालासोर में बीएड की एक छात्रा ने एक शिक्षक द्वारा यौन संबंध बनाने के दबाव और उत्पीड़न से तंग आकर आत्मदाह कर लिया. इसको लेकर छात्रा ने पहले शिकायत दर्ज करायी थी. यह मामला देश भर में सनसनीखेज है, लेकिन भाजपा ने एक शब्द नहीं बोला. न कोई विरोध, न कोई बयान और न ही किसी जांच की मांग. उन्होंने कहा कि लातेहार की घटना गंभीर है और राज्य सरकार ने इस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है. लेकिन, भाजपा जिस तरह से इसे राजनीतिक मुद्दा बना रही है, उससे साफ जाहिर होता है कि उसका उद्देश्य न्याय दिलाना नहीं, बल्कि सियासी फायदा उठाना है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को पोक्सो एक्ट और आपराधिक कानूनों की जानकारी होनी चाहिए. जांच प्रक्रिया का अपना एक कानूनी ढांचा होता है.
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