रांची.
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी ने कहा कि झारखंड की आवाज उठाने में विफल भाजपा के सांसद व विधायक सिर्फ मन की बात सुनने तक सीमित हैं. भाजपा नेता बड़े उत्साह के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बात सुनते हैं, लेकिन झारखंड की जमीनी सच्चाई, बेरोजगारी, महंगाई, आदिवासी अधिकारों, कोयला क्षेत्र की समस्याएं, किसानों की दुर्दशा और केंद्रीय योजनाओं में भेदभाव जैसे मुद्दों पर किसी भाजपा सांसद या विधायक को एक शब्द तक बोलने की हिम्मत नहीं है. ऐसे में सवाल उठता है कि अगर वे झारखंड के मुद्दों पर चुप हैं, तो किसके प्रतिनिधि हैं जनता या सत्ता के.राज्य की जनता अब सजग हो चुकी है
उन्होंने कहा कि राज्य की जनता अब सजग हो चुकी है. वह सिर्फ मन की बात नहीं, जनता की बात भी सुनवाना चाहती है. अब समय आ गया है कि हमारे जनप्रतिनिधि नाटक नहीं, संविधान और जमीर के मुताबिक काम करें. आज देश में बेरोजगारी अपने चरम पर है. महंगाई आम आदमी की कमर तोड़ रही है. किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं. महिलाओं के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. आर्थिक असमानता दिन-प्रतिदिन गहराती जा रही है. वहीं, पहलगाम घटना में अब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है