Jharkhand News: झारखंड की बंद पड़ी कोयला खदानों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा. जानकारी के अनुसार, राज्य में तीन कोयला खनन कंपनियां हैं. इनमें सीसीएल, बीसीसीएल तथा इसीएल के कुछ हिस्से हैं.
दर्जनों खदानों का उपयोग नहीं
तीनों कोयला कंपनियों के इलाकों में दर्जनों ऐसी खदानें हैं, जो खनन के बाद उपयोग में नहीं हैं. इन्हें बतौर पर्यटन स्थल विकसित करने की योजना पर राज्य सरकार और सीसीएल काम करेंगे. इस पहल से पर्यटकों को कोयला खदानों, खनन तकनीक और औद्योगिक प्रक्रियाओं की झलक देखने को मिलेगी.
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CCL के साथ एमओयू करेगी सरकार
पहले चरण में झारखंड सरकार का पर्यटन विभाग सीसीएल के साथ एमओयू करने जा रहा है. अभी सीसीएल ने कई बंद हुई खदानों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया है. सीसीएल के निदेशक मानव संसाधन हर्षनाथ मिश्र के अनुसार, अभी राज्य सरकार के साथ प्रारंभिक बातचीत हुई है.
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पर्यटन मंत्री भी रहेंगे मौजूद
सीसीएल निदेशक ने बताया कि हम लोगों ने मिलकर खदानों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है. इसे लेकर 21 जुलाई 2025 को प्रोजेक्ट भवन में कार्यक्रम होगा. इस दौरान झारखंड पर्यटन विकास निगम (जेटीडीसी) और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के बीच एमओयू होगा. इस अवसर पर खेल व पर्यटन विभाग के मंत्री सुदिव्य कुमार भी मौजूद रहेंगे.
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