रांची. मुख्य सचिव अलका तिवारी ने बुधवार को श्रावणी मेला की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. इस दौरान राज्य के आला अधिकारियों व देवघर तथा दुमका के डीसी-एसपी को उन्होंने आवश्यक निर्देश दिये. मुख्य सचिव ने कहा कि श्रावणी मेला 11 जुलाई से शुरू हो रहा है. इस दौरान 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के बाबा नगरी और बाबा बासुकीनाथ धाम पहुंचने की उम्मीद है. ऐसे में भीड़ नियंत्रण को लेकर पुख्ता इंतजाम किये जायें. मुख्य सचिव ने कहा कि आपात स्थिति से निपटने के लिए जो जहां तैनात होंगे, वे प्रशिक्षित, जवाबदेह और संवेदनशील हों.
तय मानकों का अनुपालन करें
मुख्य सचिव ने कहा कि किसी भी हाल में भगदड़ की स्थित नहीं बने. इसके लिए तय मानकों का अनुपालन करें. यह ध्यान दें कि श्रद्धालु एक जगह अधिक संख्या में इकट्ठे नहीं हों. भीड़ नियंत्रण के लिए एआइ आधारित सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन आदि के फुटेज की लगातार मॉनिटरिंग करें. श्रद्धालुओं का मार्ग समतल हो, ताकि ठोकर लग कर गिरने की आशंका न हो. मुख्य सचिव ने कहा कि श्रद्धालुओं के आने-जाने की अलग व्यवस्था हो. अचानक बिजली गुल नहीं हो. कहीं भी बिजली का नंगा व झूलता हुआ तार न हो. उन्होंने डीसी व एसपी से कहा कि वे मंदिर के कपाट खुलने के समय खुद व्यवस्था की बागडोर संभालें.स्वच्छता पर काम करें
मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि कि बारिश के मौसम को देखते हुए स्वच्छता पर पूरा फोकस करें. शौचालय, पेयजल, शयन आदि की व्यवस्था का लगातार मेंटेनेंस हो. शिकायत और सुझाव के लिए क्यूआर कोड की व्यवस्था सभी जगहों पर हो. श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था, ट्रैफिक, अग्निशमन, एंबुलेंस, चिकित्सा व्यवस्था, स्ट्रीट लाइट आदि पर ध्यान देने को कहा.
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