रांची. कचहरी रोड स्थित रांची नगर निगम का आठ मंजिला भवन महज चार साल में ही जर्जर होने लगा है. ₹44 करोड़ की लागत से बने इस भवन की हर मंजिल की दीवारों में दरारें आ चुकी हैं. सीपेज के कारण दीवारें जगह-जगह हरी हो गयीं हैं. भवन की स्थिति को देखते हुए नगर निगम ने राज्य सरकार से ₹1.25 करोड़ की मरम्मत राशि की मांग की है. निगम ने विभाग को पत्र भेजकर बताया है कि भवन की हालत बेहद खराब हो चुकी है, ऐसे में मरम्मत के लिए फंड उपलब्ध कराया जाये.
जुडको ने किया था निर्माण, जनप्रतिनिधियों ने जतायी थी आपत्ति
भले ही रांची नगर निगम के पास पर्याप्त मैनपावर हो, लेकिन भवन निर्माण का जिम्मा राज्य सरकार ने जुडको को सौंपा था. निर्माण के दौरान तत्कालीन मेयर आशा लकड़ा, डिप्टी मेयर और कई पार्षदों ने गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाये थे. जनप्रतिनिधियों ने आरोप लगाया था कि जुडको निर्माण कार्य में मनमानी कर रहा है और गुणवत्ता से समझौता हो रहा है. उन्होंने चेताया था कि यह भवन लंबे समय तक टिक नहीं पायेगा.वर्तमान स्थिति चिंताजनक
भवन की हर मंजिल पर दीवारों में दरारें हैं. हल्की बारिश में ही पानी का सीपेज शुरू हो जाता है. पार्किंग में लगे पेवर ब्लॉक उखड़ चुके हैं. दीवारों पर लगे बड़े टाइल्स गिर रहे हैं. हर फ्लोर पर बाथरूम और नल लगे हैं, लेकिन अधिकांश में पानी नहीं आता. सेंट्रलाइज एसी भी अक्सर काम नहीं करता.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है