खलारी. खलारी कोयलांचल क्षेत्र के धमधमिया स्थित नौ नंबर शिव मंदिर लोकप्रिय और पुराने मंदिरों में से एक है. उल्लेखनीय है कि धमधमिया स्थित करकट्टा नौ नंबर शिव मंदिर की नींव वर्ष 1978 में पड़ी और मंदिर का निर्माण वर्ष 1982 हो गया. मंदिर निर्माण के बाद भारत वर्ष के जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती द्वारा सात मार्च वर्ष 1984 को मंदिर का उद्घाटन करवाया गया और एक भव्य यज्ञ भी करवाये. जो उस जमाने का काफी भव्य यज्ञ का आयोजन था. उस समय बहुत दूर-दराज से लोग यज्ञ में शामिल होने के लिए आए थे. नौ नंबर शिवमंदिर उद्घाटन के अलावा दक्षिणमुखी बजरंग बली की प्रतिमा भी स्थापित की गयी.
यहां हर मनोकामना होती है पूरी
आस्था का प्रतीक नौ नंबर शिव मंदिर खलारी कोयलांचल क्षेत्र के लोकप्रिय और पुराने मंदिरों में से है. इस मंदिर में शादी-विवाह भी हुआ करता है. मान्यता है कि सावन माह में इस मंदिर में पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है. प्रत्येक सोमवार को शाम में इस मंदिर में शृंगारी पूजा होती है. मंदिर में दिन भर बोल बम का नारा गूंजते रहता है. सावन माह के नागपंचमी तथा पूर्णिमा के दिन खलारी क्षेत्र सहित आसपास के श्रद्धालु काफी संख्या में आते हैं. बताते हैं कि इस मंदिर परिसर में नाग सांपों का बसेरा हुआ करता है और नागपंचमी के दिन शिवलिंग में नाग लपटाये हुये भी दिख जाते हैं. धमधमिया के समाजसेवी शंकर सिंह ने बताया कि श्रावण माह में श्रद्धालुओं का आवागमन काफी बढ़ जाता है. श्रावण माह के नागपंचमी तथा पूर्णिमा के दिन खलारी क्षेत्र सहित आसपास के श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी जाती है. श्रावण माह में सच्चे मन से यहां पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है. तुमांग पंचायत मुखिया संतोष कुमार महली ने बताया कि करीब दो एकड़ से ज्यादा में फैला नौ नंबर शिव मंदिर के चारों तरफ हरियाली होने के कारण मंदिर मनमोहक के साथ-साथ वहां मन को बहुत शांति मिलती है.धमधमिया स्थित करकट्टा नौ नंबर शिव मंदिर की नींव वर्ष 1978 में पड़ी थी
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