चार दशकों से श्रीजानकीरमण मंदिर खलारी में हो रहा मानस परायण पाठ खलारी. खलारी स्थित श्रीजानकीरमण मंदिर में विगत चार दशकों से श्रावण मास के अवसर पर रामचरितमानस का मासपारायण पाठ किया जा रहा है. इस धार्मिक परंपरा की शुरुआत खलारी के वरिष्ठ समाजसेवी स्वर्गीय वास्ताराम जी द्वारा की गयी थी. बाद में मंदिर समिति के तत्कालीन अध्यक्ष स्वर्गीय गोपाल नारायण सिंह ने इस कार्य को आगे बढ़ाया. दोनों के स्वर्गवास के उपरांत एसीसी कॉलोनी सहित आसपास के श्रद्धालु महिलाओं और पुरुषों ने इस परंपरा को जीवंत बनाये रखा है. इस वर्ष भी श्रावण मास के पहले दिन से प्रतिदिन संध्या समय लगभग दो घंटे तक रामचरितमानस का पाठ किया जा रहा है. पाठ की शुरुआत तुलसीदास जी, वाल्मीकि जी, शिवजी और हनुमान जी की पूजा-अर्चना से होती है, इसके उपरांत श्री सीताराम जी के आह्वान के साथ पाठ आरंभ होता है. बालकांड से उत्तरकांड तक समस्त सात कांडों को इस तरह विभाजित किया गया है कि 30 दिनों में संपूर्ण मानस पाठ पूर्ण हो सके. पाठ के समापन पर रामायण की आरती और प्रसाद वितरण होता है. प्रतिदिन कोई न कोई श्रद्धालु स्वेच्छा से प्रसाद चढ़ाने का दायित्व निभाता है. मंदिर समिति इस आयोजन में सक्रिय सहयोग प्रदान कर रही है. मासपरायण में नियमित रूप से भाग लेने वालों में मीरा देवी, अन्नपूर्णा प्रसाद, रानी सहाय, सोनी देवी, उषा वर्मा, पूनम सिंह, बेबी सिंह, मंजू श्रीवास्तव, अजय सिंह, वशिष्ठ पांडेय, नागेन्द्र प्रसाद सिन्हा, बीरेंद्र श्रीवास्तव सहित कई श्रद्धालु महिला पुरुष शामिल हैं.
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