सरकारी पूजा के बाद साढ़े तीन बजे से श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे मंदिर का द्वार : परिसर के सभी मंदिरों में अरघा सिस्टम से होगा जलाभिषेक : मंदिर के मुख्य द्वार व हर सोमवार को पुष्प से होगी सजावट रांची. सावन महीने में श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना में परेशानी नहीं हो, इसे लेकर शुक्रवार को उपायुक्त सह पहाड़ी मंदिर विकास समिति के अध्यक्ष मंजूनाथ भजंत्री ने बैठक की. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों और समिति के सदस्यों को कई बिंदुओं पर दिशा-निर्देश दिया. उपायुक्त ने कहा कि सरकारी पूजा के उपरांत तड़के साढ़े तीन बजे मंदिर का द्वार आम भक्तों के लिए खोल दें. वहीं, परिसर में स्थित सभी मंदिर में अरघा सिस्टम से जलाभिषेक की व्यवस्था करने को कहा, ताकि ज्यादा से ज्यादा भक्त बाबा को जल अर्पित कर सकें. मंदिर परिसर के बाहर सुरक्षा और यातायात को व्यवस्थित करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. कहा कि आवश्यकता पड़ने पर बैरिकेडिंग भी की जाये. आम श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूजा की समय सारणी लगाने का भी निर्देश दिया. इसके अलावा पहाडी परिसर से अतिक्रमण हटाने, मंदिर के मुख्य द्वार व प्रत्येक सोमवार को मंदिर की पुष्प से सजावट करने को भी कहा. इसके अलावा असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए पेट्रोलिंग करने और आयोजन मद में अनुमानित खर्च का आकलन करने का भी निर्देश दिया. नगर निगम, मेडिकल टीम और अग्निशमन की व्यवस्था करने को लेकर संबंधित अधिकारियों को आग्रह पत्र भेजने काे कहा. बैठक में सिटी एसपी अजीत कुमार, एसडीओ उत्कर्ष कुमार, अपर जिला दंडाधिकारी (विधि-व्यवस्था) राजेश्वर नाथ आलोक, पहाड़ी मंदिर विकास समिति के सदस्य सुशील कुमार, आनंद गडोदिया, सुनील माथुर व मदनपाल पारिख सहित अन्य शामिल थे.
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