रांची. डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (डीएसपीएमयू) के कॉमर्स विभाग में कार्यरत महिला कर्मी और छात्र संगठनों के बीच चल रहा विवाद शुक्रवार को समाप्त हो गया. छात्र संगठन के सदस्यों और महिला कर्मी निकिता मार्ग्रेट हेरेंज के बीच आपसी सहमति बन गयी है. दोनों ओर से लिखित तौर पर सहमति हुई है. विवि के जीआइएस के छात्र सचित रंजन और निकिता मार्ग्रेट ने हस्ताक्षरित आवेदन विवि प्रशासन को सौंपा. मौके पर रजिस्ट्रार डॉ धनंजय और प्रोक्टर डॉ राजेश कुमार भी मौजूद थे.
क्या था मामला
पिछले दिनों डीएसपीएमयू में बाहरी लोगों के प्रवेश को लेकर छात्र संगठन ने हंगामा किया था. यह मामला कॉमर्स विभाग का था. यहां कुछ छात्रों और छात्र संगठन के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया था. इस दौरान छात्रों ने कॉमर्स विभाग में पठन-पाठन ठप करा दिया. छात्रों ने विभाग में कार्यरत महिला कर्मी निकिता मार्ग्रेट हेरेंज से उलझ गये और हंगामा शुरू हो गया. निकिता ने आनन-फानन में अपने मंगेतर और भाई को विवि बुला लिया. जिसे छात्रों ने बाहरी लोगों के प्रवेश का रंग दे दिया. हंगामें के बाद महिला कर्मी निकिता ने एसटी-एससी थाने में शिकायत दर्ज करा दी. जिसके बाद छात्रों के बीच हड़कंप मच गया. छात्र संगठन ने मामले पर विवि की ओर से उक्त महिला कर्मी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए विवि कुलपति अंजनी कुमार मिश्रा ने जांच समिति का गठन कर दिया. उन्होंने समिति को जल्द से जल्द पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने को कहा था.
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