रांची. राजधानी में पिछले 48 घंटे से हो रही बारिश और थंडरिंग के कारण कई इलाकों की बिजली कटी रही. कोकर सहित राजधानी के कई इलाकों में शनिवार की सुबह से ही बिजली आती-जाती रही. लोकल फॉल्ट इतना ज्यादा था कि पेट्रोलिंग कर री-स्टोर करने में बिजली निगम विफल साबित रहा. बारिश के दौरान शहर में कई इलाकों में रात के वक्त ही लोकल फॉल्ट के चलते बिजली गुल हो गयी. कई जगहों पर बिजली आपूर्ति व्यवस्था में खराबी आने की सूचना खबर लिखे जाने तक आती रही. वहीं कई इलाकों में आपूर्ति लाइन पर पेड़ और टहनियों के गिरने की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित हो गयी. बताया गया कि बारिश तेज होने के कारण लोकल फॉल्ट आया. राजधानी के बाहरी इलाकों के साथ ही पुंदाग, कोकर सुंदरविहार, चूनाभट्ठा, शांतिपुरम, गढ़ाटोली इलाके में भी बिजली का आना-जाना लगा रहा. बिजली बहाल होने पर कई क्षेत्रों में छोटे-छोटे फॉल्ट के कारण बिजली गुल रही. मूसलधार बारिश के कारण रांची के कई इलाकों में सुरक्षात्मक कारणों से बिजली बंद कर दी गयी. कई इलाकों में ओलावृष्टि व बारिश के कारण तारों और उपकरणों को भी नुकसान पहुंचा है.
थंडरिंग से 33 केवीए लाइन से आपूर्ति ठप
शुक्रवार की देर रात थंडरिंग के कारण कई हाइवोल्टेज 33 केवीए लाइन से आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गयी. 33 केवीए बेड़ो शुक्रवार की रात रात दो बजे ट्रिप कर गया. इसके बाद दोपहर दो बजे के करीब भी यह लाइन दोबारा ट्रिप कर गया. यही हाल 33 केवीए हाइवोल्टेज कांके लाइन की भी रही. यह रात तीन बजे ट्रिप कर गयी. इसके बाद सुबह सात बजे, साढ़े आठ बजे, 10 बजे बारी-बारी से बाधित होती रही. 33 केवीए टाटीसिलवे, कुसई, धुर्वा, आरएंडी, रातू, ब्रांबे, बोबरो, मोरहाबादी से समय-समय पर बिजली की आंखमिचौनी जारी रही.हटिया ग्रिडआपूर्ति : रात आठ बजे करीब 100 मेगावाटपिक आवर में अधिकतम जरूरत : 125 से 135 मेगावाटनामकुम ग्रिडआपूर्ति : 65 मेगावाटपिक आवर में अधिकतम जरूरत : 115 से 125 मेगावाटकांके ग्रिडआपूर्ति : 70 मेगावाटपिक आवर में अधिकतम जरूरत : 70 से 75 मेगावाट
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