रांची. ऑल इंडिया फोरम ऑफ सिविल पेंशनर्स एसोसिएशन के आह्वान पर शुक्रवार को शहीद चौक पर मानव श्रृंखला के माध्यम से विरोध प्रदर्शन किया गया. यह विरोध-प्रदर्शन पेंशन अधिनियम में ड्राकोनियन संशोधन व आठवें केंद्रीय वेतन आयोग के गठन में अप्रत्याशित विलंब को लेकर किया गया था. कार्यक्रम में पोस्टल व आरएमएस के पेंशनर्स प्रतिनिधियों सहित बैंक, बीएसएनएल, केंद्रीय पेंशनर्स के प्रतिनिधि शामिल हुए. वक्ताओं ने कहा कि वित्त विधेयक के माध्यम से पेंशन अधिनियम में संशोधन कर आठवें वेतन आयोग के लाभ से वर्तमान केंद्रीय पेंशनर्स को वंचित किये जाने की साजिश रची जा रही है. इन्हें सेवानिवृत्ति की तिथि से विभाजित किया जा रहा है, जो संविधान के आर्टिकल 14 की आत्मा के विपरीत है. राज्य सचिव एमजेड खान ने कहा कि जनवरी 26 या उसके बाद से रिटायर होने वाले कर्मचारियों को आठवें वेतन आयोग का लाभ मिल पायेगा. पेंशनर्स के साथ भेदभाव का रवैया अपनाया जा रहा है. सरकार से मांग है कि इस अहितकारी व कर्मचारी-पेंशनर्स विरोधी कानून को अविलंब वापस लिया जाये.सभा को बैंक पेंशनर्स एसोसिएशन के एमएल सिंह, बीएसएनएल के नरेश लाल, विनोद कुमार और केडी राय ने भी संबोधित किया. मौके पर गणेश डे, रंग नाथ पांडेय, रामनरेश पांडेय, सुशील कुमार, फाल्गुनी पाढ़ी, हसीना तिग्गा, गयो देवी, इकबाल हुसैन, गौतम विश्वास, बिपिन चौधरी, चंदेश्वर राम, मो रफी, त्रिलोकीनाथ साहू, सुखदेव राम, राजेंद्र महतो, आरबी बैठा, देव चरण साहू, जयराम प्रसाद, रामचंद्र प्रसाद, हरिराम तिवारी, धनेश्वर गोस्वामी आदि मौजूद थे.
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