रांची. सिरमटोली सरना स्थल के समक्ष रैंप निर्माण के विरोध में आदिवासी संगठनों ने सोमवार को पक्ष-विपक्ष के आदिवासी विधायकों व मंत्रियों की शवयात्रा निकाली. शव यात्रा सिरमटोली सरना स्थल से निकल कर क्लब रोड, सुजाता चौक, मेन रोड होते हुए अलबर्ट एक्का चौक पहुंची, जहां पुतला दहन किया गया. एक प्रदर्शनकारी ने अपना सिर भी मुंडवाया था, जिसने पुतलों में आग लगायी. साथ ही 22 को रांची बंद का नारा लगाया गया. विरोध प्रदर्शन की वजह से अलबर्ट एक्का चौक पर जाम लग गया था.
मौके पर आदिवासी संगठनों के लोगों ने कहा कि दो-ढाई माह से लगातार आंदोलन चल रहा है, पर सभी आदिवासी नेता खामोश हैं. सिरमटोली सरना स्थल सरहुल की शोभायात्रा का केंद्र है. रैंप निर्माण से शोभायात्रा पर असर पड़ेगा. वक्ताओं ने कहा कि रांची के विधायक सीपी सिंह, सांसद संजय सेठ भी कुछ नहीं कर रहे हैं. इसलिए उनका भी पुतला दहन किया जा रहा है. रैंप निर्माण के विरोध में 22 मार्च को रांची बंद रहेगा. विरोध प्रदर्शन में निरंजना हेरेंज, कुंदरसी मुंडा, राहुल तिर्की, अजय टोप्पो, सूरज टोप्पो, विजय तिर्की, संगीता कच्छप, मुन्ना टोप्पो, अनिल कुमार भगत, जागरे उरांव, अरविंद हंस, प्रदीप लकड़ा, सुशीला कच्छप, लक्ष्मी नारायण मुंडा, बाहा लिंडा, अभय भुटकुंवर, प्रेमशाही मुंडा सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल थे.अजय तिर्की को धमकी, केस
रांची. केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की (सुखदेवनगर थाना के पहाड़ी टोला, जयप्रकाश नगर निवासी) ने चुटिया थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इन्होंने कहा है कि 16 मार्च की शाम साढ़े पांच बजे वे केंद्रीय सरना स्थल सिरम टोली गये थे. वहां पर रैंप व आवागमन को लेकर एक न्यूज पोर्टल पर हमारी बात नहीं रखने को लेकर वाद विवाद हो गया. इस दौरान मधुकम निवासी रोहित तिर्की व 10-15 अज्ञात युवकों ने मेरे साथ धक्का-मुक्की व गाली-गलौज की. वहीं धमकी देते हुए जान से मारने की बात कही. श्री तिर्की ने प्राथमिकी में यह भी कहा है कि पूर्व में भी केंद्रीय सरना स्थल सिरम टोली को लेकर मेरे और अरविंद हंस वगैरह के बीच केस हो चुका है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है