रांची. गेल सीजीडी ने मंगलवार को सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेचुरल गैस पाइपलाइन पर किसी संभावित आपात स्थिति में तैयारियों का आकलन करने के लिए ऑफ साइट मॉक ड्रिल का आयोजन किया. यह पाइपलाइन रांची शहर में 10,000 से अधिक घरों, 23 सीएनजी स्टेशनों, 35 वाणिज्यिक व औद्योगिक ग्राहकों और 713 किलोमीटर लंबी लाइन को गैस की आपूर्ति करती है. मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य विभाग, जिला पुलिस, अग्निशमन विभाग और जिला प्रशासन की टीम शामिल हुई. स्थानीय लोगों और वाहन चालकों ने इस मॉक ड्रिल को देखा.
खुदाई से पहले फोन नंबर पर दें सूचना
गेल के उप महाप्रबंधक (जीए प्रभारी) प्रशांत कुमार सिंह ने कहा कि सीएनजी वाहन चालकों के लिए हर तीन साल में सीएनजी सिलिंडर का हाइड्रोटेस्ट कराना अनिवार्य है. गैस पाइपलाइन पर हर 50 मीटर पर एक मार्कर होता है, जो दर्शाता है कि यहां से उच्च दबाव वाली गैस लाइन गुजर रही है. किसी भी खुदाई से पहले उस आरसीसी मार्कर पर लिखे फोन नंबर पर सूचित करें या डिग ऐप के माध्यम से अनुरोध करें. सीजीडी रांची के अग्निशमन एवं सुरक्षा विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक सौरव आनंद ने बताया कि गैस पाइपलाइन जमीन से एक से दो मीटर की गहराई पर दबी हुई है. इसकी सुरक्षा के लिए लाइन पेट्रोलर तैनात किये गये हैं. किसी भी गैस रिसाव की स्थिति में लाइन पेट्रोलर तुरंत स्थानीय नियंत्रण कक्ष को सूचित करता है. उन्होंने यह भी कहा कि नैचुरल गैस पाइपलाइन में कोई लीकेज हो, तो कोई भी व्यक्ति स्थान के विवरण के साथ गेल के कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 1800123121111 पर सूचित करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है