रांची.
एचइसी में आउटसोर्सिंग एजेंसी का विरोध कर रहे सप्लाई कर्मियों का आंदोलन शुक्रवार को 11वें दिन भी जारी रहा. सप्लाई कर्मी नेहरू पार्क से जुलूस निकालते हुए मुख्यालय गेट के समक्ष पहुंचे और प्रदर्शन किया. इस दौरान सप्लाई कर्मियों ने प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की. मौके पर एचइसी सप्लाई मजदूर संघर्ष समिति के मनोज पाठक ने कहा कि अगर प्रबंधन मजदूरों का ज्यादा शोषण करेगा, तो कामगार कानूनी का सहारा लेंगे. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मेकन में सप्लाई कर्मियों को आउटसोर्सिंग कंपनी ने काम पर आने से मना किया, उसी तरीके से एचइसी में भी आनेवाले दिनों में आउटसोर्सिंग एजेंसी करेगी. अगर कर्मचारी अभी सचेत नहीं हुए, तो उनका भविष्य अंधकारमय हो जायेगा.प्रबंधन ने इएसआइ में राशि जमा करने से कर दिया था इनकार
मनोज पाठक ने कहा कि पिछले दिनों एचइसी प्रबंधन ने इएसआइ में पांच माह की राशि जमा करने से यह कह कर नकार दिया कि कामगारों ने काम ही नहीं किया. ऐसे प्रबंधन पर सप्लाई कर्मी कैसे विश्वास करें? सप्लाई कर्मियों को रविवार की छुट्टी, इएल, सीएल, महंगाई भत्ता, क्वार्टर सुविधाएं प्रबंधन से समझौते के तहत मिला. झारखंड के श्रम मंत्री ने स्पष्ट कहा है कि एचइसी के ठेका मजदूरों की सुविधाओं में कटौती नहीं होने देंगे. प्रबंधन नियम विरुद्ध काम नहीं ले सकता है. रंथू लोहरा ने कहा कि जो भी सुविधाएं मिली हैं, वो संघर्ष के माध्यम से ही मिली है. सभा को राजेश शर्मा, वाई त्रिपाठी, शारदा देवी, रोहित पांडेय, मोइन अंसारी, प्रेमनाथ शाहदेव, सुनील कुमार आदि ने भी संबोधित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है