रांची : रांची. प्रभात खबर में खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस प्रशासन की नींद खुली. तीन साल से उद्घाटन की बाट जोह रहा पहाड़ी टीओपी पुलिस चौकी को सोमवार को चालू कर दिया गया. खबर प्रकाशित होने के एक दिन बाद ही पुलिस प्रशासन ने न सिर्फ चौकी को खोला, बल्कि विधिवत पूजन भी किया. कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय, सुखदेव नगर थाना के प्रभारी मनोज कुमार व पुलिस कर्मियों ने टीओपी में सत्यनारायण भगवान की पूजा करायी. ज्ञात हो कि इस टीओपी के चालू नहीं होने से विशेष रूप से पहाड़ी और आसपास के इलाकों में असुरक्षा का माहौल था. लेकिन अब जवानों की तैनाती से क्षेत्र में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर भरोसा लौटा है. ज्ञात हो कि प्रभात खबर ने उक्त टीओपी के नहीं खुलने से संबंधित खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी. जिसमें बताया गया था कि रांची पहाड़ी और आसपास के इलाके की चौकसी के लिए यहां टीओपी का निर्माण किया गया है, लेकिन भवन का उदघाटन नहीं होने की वजह से आज तक यह टीओपी बंद पड़ा है. फिलहाल, यह भवन रात में जुआरियों और नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है.
स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी को लेकर विभाग ने शुरू की तैयारी
रांची . रांची. झारखंड में खेल प्रतिभाओं को निखारने और उन्हें उच्च स्तर का प्रशिक्षण देने के साथ-साथ शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से रांची में राज्य की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी खोले जाने की दिशा में सरकार ने कदम बढ़ा दिया है. रांची के खेलगांव में शूटिंग रेंज के पास 15 एकड़ जमीन चिह्नित की गयी है. जानकारी के अनुसार, यहां एकेडमिक भवन के साथ-साथ छात्रावास भी होगा. झारखंड खेल निदेशालय जल्द ही स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की विस्तृत रूपरेखा तैयार कर संबंधित विभाग को सौंपेगा.खेल प्रतिभाओं को निखारेगी यूनिवर्सिटी : इस स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी की स्थापना से राज्य के उभरते खिलाड़ियों को न केवल आधुनिक तकनीक और संसाधनों से युक्त प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि उन्हें खेल विज्ञान, फिजिकल एजुकेशन, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट और अन्य संबंधित विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर भी मिलेगा. यह संस्थान न केवल खिलाड़ियों को, बल्कि कोच, रेफरी, फिजियोथेरेपिस्ट समेत अन्य खेल विशेषज्ञों को भी तैयार करेगा.
खेलगांव का होगा कायाकल्प : खेलगांव में पहले से ही एथलेटिक्स ट्रैक, शूटिंग रेंज, हॉकी स्टेडियम, स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएं मौजूद हैं. ऐसे में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी के निर्माण से इस क्षेत्र की पहचान राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक खेल हब के रूप में होगी. स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.सरकार की मंशा साफ : झारखंड सरकार लगातार खेलों को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है. राज्य के कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बना चुके हैं और अब इस यूनिवर्सिटी के माध्यम से उन्हें प्रशिक्षण व शिक्षा का मजबूत आधार भी मिलेगा.
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