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Illegal Mining in Borio Sahibganj: साहिबगंज जिले के बोरियो में धड़ल्ले से पत्थर का अवैध खनन हो रहा है. अंचल निरीक्षक की जांच में इसकी पुष्टि हो चुकी है. इसके आधार पर अंचल अधिकारी ने बोरियो के एसडीएम को अपनी रिपोर्ट समर्पित की है, जिसमें लिखा है कि बिंदेरी बंदरकोला में दाग नं 720 और 721 के अंश रकवा पर अवैध खनन हुआ है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वहां मौजूद स्कूलों और उसमें पढ़ने वाले बच्चों पर खनन कार्य से होने वाले प्रभाव की जांच के लिए बीडीओ ने जांच दल का गठन किया, लेकिन स्कूल बंद रहने के कारण जांच नहीं हो पायी.
उप प्रमुख की शिकायत पर अंचल निरीक्षक ने की जांच
बोरियो प्रखंड के उप-प्रमुख कैलाश प्रसाद की शिकायत पर बोरियो के अंचल अधिकारी ने अंचल निरीक्षक और अमीन से जांच करायी. हालांकि, अंचल अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट में यह कहीं नहीं लिखा है कि अवैध खनन कौन कर रहा है. हालांकि, प्रभारी अंचल निरीक्षक ने अंचल अधिकारी को जो जांच रिपोर्ट सौंपी है, उसमें कहा है कि मौजा बिंदेरी बंदरकोला में 22 मई 2025 को सत्यनाथ साह के पत्थर खनन क्षेत्र की जांच की. उनके एकरारामा का अवलोकन भी किया.

अंचल निरीक्षक ने मापी और सीमांकन किया
अंचल निरीक्षक ने लिखा है कि जांच में पाया गया कि मौजा बिंदेरी बंदरकोला नं7 जमाबनंदी नं 11 दाग नं 719 के 4.00 एकड़ भूमि पर पत्थर खनन करने की स्वीकृति प्राप्त है. इसकी अवधि वर्ष 2027 तक है. अंचल निरीक्षक ने तीन सिमाना से उस क्षेत्र की मापी की. स्वीकृत क्षेत्र का सीमांकन भी किया गया. जांच के क्रम में दाग नं 719 के अलावा आसपास में की गयी जांच से पता चला कि वहां भी पत्थर खनन हुआ है.
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अंचल निरीक्षक को मिले अवैध खनन के प्रमाण
अंचल निरीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि इस संबंध में पूछताछ की गयी, तो पता चला कि दाग नं 718 में पहले किसी कंपनी ने खनन कार्य किया था. पत्थर का इस्तेमाल साहिबगंज-गोविंदपुर सड़क निर्माण में हुआ. कंपनी ने इस जमीन की लीज ली थी. उन्होंने आगे कहा है कि दाग नं 720 और 721 पर किसी को खनन की स्वीकृति नहीं दी गयी है, बावजूद इसके दोनों रकबा में पत्थर खनन के प्रमाण मिले हैं. यह अवैध है. इस संबंध में पूछताछ पर सत्यनाथ साह ने अवैध खनन से इंकार किया.

जांच रिपोर्ट में कहा- स्कूलों को नुकसान नहीं
प्रखंड उप-प्रमुख ने अपनी शिकायत में यह भी कहा था कि खनन क्षेत्र के आसपास 3 स्कूल हैं, जो खनन की वजह से खतरे में पड़ गये हैं. स्कूलों के बच्चों की सेहत पर भी इसका विपरीत असर पड़ रहा है. हालांकि, अंचल निरीक्षक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दाग नं 719 से कस्तूरबा विद्यालय और मॉडल स्कूल की दूरी लगभग 500 मीटर से ज्यादा है. वहीं, जनजातीय विद्यालय बंद पाया गया. बाहरी दीवार को देखने से पता चलता है कि कोई विशेष हानि नहीं हुई है. उन्होंने अवैध खनन वाले क्षेत्र का ट्रेस भी अपनी रिपोर्ट में शामिल किया है.
बोरियो के उप-प्रमुख ने सीओ की रिपोर्ट पर असंतोष जताया
उप-प्रमुख कैलाश प्रसाद ने अंचल अधिकारी की रिपोर्ट पर असंतोष जताया है. उन्होंने जिला खनन पदाधिकारी को चिट्ठी लिखी है और पूरे मामेल की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा है कि अवैध खनन का विरोध करने की वजह से उन्हें (उप-प्रमुख को) जान से मारने की धमकी दी जा रही है. एक बार गलत शिकायत के आधार पर उनको जेल भी भेजा जा चुका है.

बोरियो थाना पर सत्यनाथ के पक्ष में काम करने का आरोप
कैलाश प्रसाद ने कहा है कि उन्होंने बोरियो थाना में ऑनलाइन शिकायत की है, लेकिन उनकी शिकायत अभी तक दर्ज नहीं की गयी है. उन्होंने बोरियो थाना की पुलिस पर सत्यनाथ साह के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया है. उप-प्रमुख ने दावा किया है कि सत्यनाथ साह के अवैध खनन से सरकार को लगभग 200 करोड़ रुपए के राजस्व का नुकसान हुआ है. कैलाश प्रसाद ने जिला खनन पदाधिकारी को लिखी चिट्ठी में खनन क्षेत्र और स्कूल का गूगल मैप भी संलग्न किया है.
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