रांची. राजधानी रांची में लगातार हो रही बारिश से बिजली व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है. शहर में रोजाना ट्रांसफॉर्मर जल रहे हैं और बिजली की बार-बार ट्रिपिंग से लोग परेशान हैं. रांची सर्किल में पिछले 24 घंटे में 73 बार ट्रिपिंग दर्ज की गयी. हरमू, किशोरगंज और मेन रोड जैसे इलाकों में यह स्थिति ज्यादा है. बिजली कटौती की मुख्य वजह स्काडा (ऑनलाइन निगरानी) सिस्टम का एक सप्ताह से ठप पड़ना है. 33 केवीए सबस्टेशनों और 11 फीडरों की निगरानी करने वाले इस सिस्टम के खराब होने से विभाग को लोकल फॉल्ट का पता लगाने में दिक्कत हो रही है. मोहल्लों में पिछले एक सप्ताह से बिजली ट्रिपिंग की समस्या है. इस वजह से घरों के पंखे व बल्ब खराब हो रहे हैं. वहीं, मोटर पर भी असर पड़ रहा है. एसी के खराब होने का भी डर सता रहा है.
कैसे काम करता है स्काडा सिस्टम
डोरंडा के कुसई स्थित जेबीवीएनएल कार्यालय में 43.1 करोड़ की लागत से स्काडा सिस्टम (सुपरवाइजरी कंट्रोल एंड डाटा एक्यूजिशन) स्थापित किया गया है. सिस्टम के लिए एपीडीआरइपी योजना के तहत रांची में कई सबस्टेशनों को अपग्रेड किया गया है. बिजली की ट्रीपिंग रोकने और त्वरित कार्रवाई के लिए स्काडा सिस्टम स्थापित किया गया है. इससे किसी भी फॉल्ट की जानकारी तुरंत मिल जाती है. एक सबस्टेशन के ठप पड़ते ही संबंधित क्षेत्र को फाैरन जानकारी मिल जाती है. नियंत्रण कक्ष में बड़े डिस्प्ले लगे हैं, वहां कंप्यूटर से नजर रखी जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है