रांची : झारखंड विधानसभा में बुधवार को पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रभात कुमार पर प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने एक बार फिर सदन में जमकर हंगामा किया. कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने इंजीनियर पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. जिस पर मंत्री योगेंद्र यादव ने अपने जवाब में कहा कि जांच चल रही है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होगी. हालांकि उनके इस बात पर विधायक संतुष्ट नहीं हुए.
योगेंद्र महतो बोले- रिपोर्ट आने के बाद करेंगे कार्रवाई
विधायक प्रदीप यादव ने 5 मार्च को सदन में स्वर्णरेखा परियोजना तहत एक काम में फर्जी एकाउंट खोल कर करोड़ों रुपये की अवैध निकासी का मामला उठाया था. बुधवार को यह मामला सदन में फिर से उठा. पोड़याहाट विधायक ने एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की. इस पर हेमंत सरकार के मंत्री योगेंद्र महतो ने कहा कि इस केस की जांच का जिम्मा सीआईडी और एसीबी को दिया गया है. इस मामले में डिपार्टमेंटल इन्क्वायरी भी चल रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद इस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे.
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क्या है पूरा मामला
स्वर्णरेखा परियोजना के तहत एक काम चल रहा था. जिसका जिम्मा एलएनटी कंपनी को दिया गया था. इस दौरान कार्यपालक अभियंता ने करोड़ों रुपये की अवैध निकासी कर ली. रोकड़पाल संतोष कुमार ने भी अपने खाते में 30 करोड़ रुपये जमा कर लिये. सत्ता पक्ष का कहना है कि सब कुछ रोकड़पाल नहीं कर सकता है. इस मामले पर पहले भी बहस हुई थी. तब मंत्री ने एक हफ्ते का समय मांगा था.
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