रांची. झारखंड चेंबर के कार्यकारिणी और क्षेत्रीय उपाध्यक्ष का चुनाव प्रमंडल स्तर पर कराने को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. झारखंड चेंबर के पूर्व अध्यक्ष महेश पोद्दार ने झारखंड चेंबर के अध्यक्ष को एक बार फिर पत्र लिख कर आपत्ति जतायी है. कहा है कि संविधान संशोधन संबंधी प्रस्तुत प्रस्ताव पर पुनर्विचार किया जाये. साथ ही अधिक से अधिक सदस्यों से संवाद कर संशोधन की दिशा तय की जाये. पत्र में यह भी कहा है कि बिहार के समय छोटानागपुर रीजन में चेंबर काफी सक्रिय था. भले ही अन्य प्रमंडलों में उसकी प्रत्यक्ष पहचान सीमित रही हो, लेकिन हमने स्थानीय स्तर पर प्रभावी भूमिका निभायी. जबकि, राज्यस्तरीय प्रतिनिधित्व बिहार चेंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा किया जाता था, तब भी हमने यहां वोट देने के लिए यहां आने या उनकी वोट की राजनीति का हम हिस्सा नहीं बने.
यह भी होगी परेशानी
प्रमंडल स्तर पर बूथ बना कर चुनाव कराया भी जाता है, तो परेशानी बढ़ेगी. उदाहरण के रूप में कोयलांचल रीजन में धनबाद, बोकारो एवं गिरिडीह आता है. यहां के व्यापारी रांची आकर वोट करते हैं. जबकि, वर्तमान में कोयलांचल रीजन ने मांग की है चुनाव के लिए प्रमंडल स्तर पर बूथ बनाया जाये. जबकि, जानकारों का कहना है कि प्रमंडल में चुनाव किस जिले में होगा, यह कैसे तय होगा. फिर धनबाद, बोकारो सहित अन्य जिलों के व्यापारी मांग करेंगे कि हमारे जिले में भी बूथ बनाया जाये. इससे परेशानी बढ़ेगी. कोयलांचल रीजन के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि प्रमंडल स्तर पर चुनाव कराने से चेंबर का दायरा बढ़ेगा. इससे चेंबर को मजबूती मिलेगी. बूथ किस जिले में बनाया जाये, यह आपसी सहमति से तय कर लिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है