Jharkhand Weather: समंदर में बना मानसून ट्रफ राजस्थान, फतेहगढ़, मुजफ्फरपुर, बांकुड़ा, कोंटाई में बने डिप्रेशन से गुजरते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है. इसका असर झारखंड पर भी देखने को मिलेगा, क्योंकि इस राज्य से भी एक ट्रफ गुजर रहा है, जो समुद्रतल से करीब 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई पर है.
25 जुलाई तक तेज हवाओं संग वज्रपात की संभावना
मौसम विभाग ने कहा है कि 25 जुलाई तक झारखंड में गर्जन और तेज हवाओं के साथ वज्रपात की संभावना है. 20 से 22 जुलाई तक कहीं-कहीं गर्जन तेज हवाओं (30 से 40 किमी प्रति घंटा) के साथ वज्रपात हो सकता है. इसलिए लोगों को सावधान और सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
23 जुलाई को झारखंड में होगी भारी बारिश
राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी भागों में 23 जुलाई 2025 को कहीं-कहीं भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. राज्य में कहीं-कहीं गर्जन और तेज हवाओं के साथ वज्रपात होने की भी संभावना जतायी गयी है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 5 दिन तक अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव होने की संभावना नहीं है.
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Jharkhand Weather: रांची के मांडर हुई 140.2 मिमी वर्षा
मौसम विभाग ने बताया है कि झारखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान मानसून सामान्य रहा. कई जगहों पर हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई, तो कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई. सबसे ज्यादा वर्षा राजधानी रांची के मांडर में हुई. यहां एक दिन में 140.2 मिलीमीटर वर्षा हुई. सबसे अधिक उच्चतम तापमान 36.9 डिग्री सेंटीग्रेड पाकुड़ में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेंटीग्रेड लातेहार में दर्ज किया गया.
झारखंड में 627.3 मिमी हुई मानसून की बारिश
झारखंड में अब तक 627.3 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है. मानसून के सीजन में यह सामान्य से 65 फीसदी अधिक है. आमतौर पर 1 जून से 19 जुलाई के बीच 380.6 मिलीमीटर वर्षा को मानसून की सामान्य बारिश माना जाता है. सबसे ज्यादा 1027.7 मिलीमीटर बारिश पूर्वी सिंहभूम में हुई है. यह सामान्य से 146 फीसदी अधिक है.
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