रांची : लंबे समय से रिक्त पड़े जेपीएससी अध्यक्ष का पद सरकार ने आखिरकार भर ही. हेमंत सरकार ने इस पद के लिए सीनियर आईएएस अधिकारी और पूर्व मुख्य सचिव एल खियांग्ते के नाम पर मुहर लगा दी है. गुरुवार को राजभवन ने राज्य सरकार के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए इससे संबंधित अधिसूचना जारी दी है. इसके साथ ही यह उम्मीद जताये जाने लगी है कि इससे नियुक्ति प्रक्रिया तेज होगी और सभी परीक्षाओं का संचालन निर्धारित तिथि में ही होगा.
कौन हैं एल खियांगते
मुख्य सचिव एल खियांगते मूल रूप से मिजोरम के रहने वाले हैं. उन्होंने इतिहास से स्नातक की डिग्री हासिल करने के बाद वर्ष 1988 में अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में योगदान दिया था. एकीकृत बिहार के समय बक्सर जिले के वे डीएम भी रह चुके हैं. जब उन्हें झारखंड कैडर आवंटित किया गया. वे आदिवासी कल्याण आयुक्त के अलावा आदिवासी कल्याण सचिव भी रह चुके हैं. लंबे समय तक वे भवन निर्माण विभाग में भी सचिव के पद पर पदस्थापित रहे. उन्हें झारखंड प्रतियोगी परीक्षा पर्षद के परीक्षा नियंत्रक के रूप में भी काम करने का अनुभव है.
बीते 6 माह से खाली था जेपीएससी अध्यक्ष का पद
बीते 6 महीने से जेपीएससी अध्यक्ष का पद खाली था. इसकी वजह से बड़े पैमाने पर नियुक्तियां प्रक्रिया अटकी हुई थी. प्रतियोगी परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी लगातार जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए आंदोलन कर रहे थे. विधायक जयराम महतो ने भी सदन में इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया था. विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर था. अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब नये सिरे से कैलेंडर जारी किया जाएगा.
Also Read: L Khiyangte Education and Profile: कितने पढ़े-लिखे हैं जेपीएससी के नये चेयरमैन एल खियांग्ते?