JPSC Result News: झारखंड पब्लिक सर्विस कमीशन (जेपीएससी) मुख्य परीक्षा का परिणाम 11 महीने की देरी से जारी करने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सवाल खड़े किये हैं. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने शनिवार को प्रदेश मुख्यालय में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जेपीएससी के द्वारा मुख्य परीक्षा के परिणाम पर कहा कि आयोग वेबसाइट पर लिखता है कि उसका उद्देश्य निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया को बढ़ावा देना है. भारत के संविधान का आर्टिकल 15 एवं 16 एससी, एसटी,ओबीसी वर्गों को आरक्षण की सुविधा प्रदान करता है.
कई श्रेणियों में है आरक्षण का प्रावधान – प्रतुल
उन्होंने कहा कि ईडब्ल्यूएस एवं अन्य श्रेणियां में भी आरक्षण का प्रावधान है, लेकिन जेपीएससी ने बिल्कुल सपाट तरीके से किसी लॉटरी के परिणाम की तरह परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. इससे यह पता नहीं चल पा रहा कि अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति एससी (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) एवं अन्य आरक्षित वर्गों को निर्धारित कोटा मिला या नहीं, ढाई गुना से ज्यादा विद्यार्थियों को इंटरव्यू में बुलाने की प्रक्रिया का पालन हुआ या नहीं.
आरक्षण की श्रेणी के आधार पर जारी हो JPSC Result
प्रतुल ने कहा कि अगर आरक्षण की श्रेणीवार कोटा को स्पष्ट करते हुए जेपीएससी परिणाम निकालता, तो सिस्टम में पारदर्शिता दिखती. प्रतुल ने कहा की श्रेणीवार परिणाम निकालने से उम्मीदवारों को भी स्पष्ट होता कि उनकी मेरिट में क्या स्थिति है.
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कार्मिक विभाग के नोटिफिकेशन में स्पष्ट हैं ये बातें
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कार्मिक विभाग ने 19 दिसंबर, 2023 को गजट नोटिफिकेशन में झारखंड कंबाइंड सिविल सर्विस एग्जामिनेशन रूल्स 2023 को लागू किया था. इस अधिसूचना में ही स्पष्ट कर दिया गाय है कि अलग-अलग वर्गों के लिए अलग-अलग कटऑफ मार्क्स होगा. इसमें एससी, एसटी, महिलाएं ,अति पिछड़ा वर्ग एनेक्सचर-1, पिछड़ा वर्ग एनेक्सचर-2 ,आदिम जनजाति और ईडब्ल्यूएस शामिल हैं.
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जेपीएससी के रिजल्ट में किसी श्रेणी का उल्लेख नहीं
प्रतुल शाह देव ने कहा कि इसी अधिसूचना में यह भी स्पष्ट है कि मुख्य परीक्षा के लिखित परिणाम में हर कैटेगरी के ढाई गुना से ज्यादा अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जायेगा. आवश्यकता पड़ने पर कटऑफ मार्क्स को भी कम करने का प्रावधान है. इसके विपरीत, जेपीएससी द्वारा प्रकाशित रिजल्ट में किसी भी श्रेणी का उल्लेख नहीं है, जो संदेह पैदा करता है. प्रतुल ने कहा कि परीक्षा परिणाम से यह भी संदेह उत्पन्न होता है कि क्या आरक्षित वर्गों को उनका हक मिल पाया है? या इस बार भी झारखंड से बाहर के लोगों का सेलेक्शन हो गया है.
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जेपीएससी रिजल्ट का सरकार भी ले संज्ञान – भाजपा
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सरकार को इस मुद्दे पर संज्ञान लेना चाहिए. जेपीएससी को भी चाहिए कि वह अविलंब श्रेणीवार परीक्षा परिणाम प्रकाशित करें. उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होात है, तो एक बार फिर जेपीएससी का आचरण संदेह के घेरे में आ जायेगा. आज की प्रेस वार्ता में सह मीडिया प्रभारी अशोक बड़ाइक भी उपस्थित थे.
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